उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की खराब हालत को लेकर हमले झेल रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है जिसकी अध्यक्षता वह खुद करेंगे. इस बैठक में सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और आईजी जोन को बुलाया गया है. पहले चर्चा थी कि यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी लेकिन बाद में मुख्यमंत्री ने सीधे अधिकारियों से मिलने का फैसला किया.
पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर तमाम सवाल उठे हैं और विपक्ष ने चुनाव की सरगर्मी के बीच यह कहना शुरू कर दिया है कि समाजवादी पार्टी की सरकार का मतलब है गुंडाराज. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी लगता है की विकास के उनके दावों पर कहीं खराब कानून व्यवस्था पानी न फेर दे.
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के डीजीपी जावेद अहमद, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत सिंह, चीफ सेक्रेटरी दीपक सिंघल, गृह विभाग के प्रमुख सचिव देवाशीष पांडा मौजूद रहेंगे. लगातार अपराध की घटनाओं की वजह से सुर्खियों में रहने से मुख्यमंत्री नाराज हैं और माना जा रहा है कि इस बैठक में अपराध रोकने को लेकर मुख्यमंत्री पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दे सकते हैं. अगले हफ्ते बकरीद है और उसके बाद लगातार दशहरा, दीवाली, मोहर्रम हैं जिसकी वजह से कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की चिंता बढ़ गई है.