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मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नीदरलैंड्स की यात्रा पर

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार से नीदरलैंड्स की यात्रा पर हैं. उनकी यात्रा का उद्देश्य नीदरलैंड्स की संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों व कंपनियों से प्रदेश में निवेश आकर्षित करने और उनके साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना है. मुख्यमंत्री सबसे पहले फ्लोराहॉलैंड आम्समीर स्थित दुनिया के सबसे बड़े पुष्प नीलामी केंद्र का दौरा करेंगे.

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अखिलेश यादव की फाइल फोटो
अखिलेश यादव की फाइल फोटो

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार से नीदरलैंड्स की यात्रा पर हैं. उनकी यात्रा का उद्देश्य नीदरलैंड्स की संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों व कंपनियों से प्रदेश में निवेश आकर्षित करने और उनके साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना है. मुख्यमंत्री सबसे पहले फ्लोराहॉलैंड आम्समीर स्थित दुनिया के सबसे बड़े पुष्प नीलामी केंद्र का दौरा करेंगे.

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यह केंद्र विश्व में ‘फूलों की राजधानी’ के नाम से विख्यात है. इस केंद्र के दौरे का उद्देश्य, प्रदेश में फूलों की खेती को किस प्रकार से और बढ़ावा दिया जा सके, यह पता लगाना है. साथ ही, मंडी में फूलों का एकत्रीकरण तथा उनका रखरखाव कैसे किया जाए, यह भी इस दौरे का एक अन्य उद्देश्य है. इससे फूल उत्पादन की क्षमता बढ़ाने और फूलों के निर्यात में वृद्धि करने में मदद मिलेगी. इसी दिन मुख्यमंत्री नीदरलैंड्स एग्रो फूड एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (एनएएफटीसी) के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.

यूपी सरकार की विज्ञप्ति के अनुसार, एनएएफटीसी एक पब्लिक-प्राइवेट एसोसिएशन है, जिसे विभिन्न विशेषज्ञता वाले खाद्य समूहों के विकास में महारथ हासिल है. फूड वैल्यू चेन में निपुणता के माध्यम से खाद्य सामग्री की बर्बादी को कम करने के लिए यह संस्था उन्नत खाद्य तकनीकी का उपयोग करने में महारथ रखती है. बताया गया है कि उचित पोस्ट हार्वेस्टिंग टेक्नोलॉजी तथा फसलों के संग्रहण व संरक्षण संबंधी अवस्थापना सुविधाओं के अभाव के चलते प्रदेश में खाद्य उत्पादन का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाता है. ऐसे में इस संस्था के अनुभव और दक्षता राज्य के लिए उपयोगी सिद्ध होगी.

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नीदरलैंड्स को उन्नत एग्रो फूड टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है. ऐसे में नीदरलैंड्स से मिलने वाली तकनीक उत्तर प्रदेश के लिए कारगर साबित हो सकती है. इसके उपयोग से जहां एक तरफ फसलों की बबार्दी कम होगी, वहीं दूसरी तरफ इनका प्रसंस्करण प्रभावी ढंग से हो सकेगा. इससे बिचौलियों की भूमिका भी समाप्त हो जाएगी और इसके चलते कृषकों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. इस दौरे पर मुख्यमंत्री के साथ व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास संजीव सरन सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी दौरे पर हैं.

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