गोरखपुर से पांच बार सांसद रहे योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक सफर पर नजर डालें तो मुख्य तौर पर तीन बातें सामने आती हैं. योगी आदित्यनाथ के विवादित बयान, कट्टर हिंदुत्व की राजनीति और गौ हत्या के विरोध में आंदोलन योगी की पहचान है. ऐसे में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद जो सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या यूपी में गौ हत्या पर पूरी तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी?
2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिंदू वाहिनी सेना नाम से एक संगठन भी बनाया. संगठन के लोग गौ हत्या के विरोध में काम कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने हमेशा गौ हत्या को लेकर चिंता जताई और उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया. योगी ने अपने बयानों में कहा है कि यूपी में बीजेपी की सरकार आने पर गौ हत्या पर पूरी तरीके से रोक लगाई जाएगी. रविवार को सीएम पद की शपथ से पहले योगी गोरखपुर पहुंचे. यहां योगी ने अपने निवास पर गौशाला में वक्त बिताया. योगी जब गोरखपुर होते हैं तो रोज सुबह गौ सेवा करते हैं.
गौशाला के केयर टेकर श्रवण कनौजिया का मानना है- योगी आदित्यनाथ को जिस तरीके से गायों से लगाव है और जिस तरीके से वह गौ सेवा करते हैं उससे उन्हें उम्मीद है कि यूपी में गौ हत्या पर तुरंत लगाम लगाया जाएगा. योगी आदित्य नाथ की गौशाला में 350 से ज्यादा गाय हैं.