कोरोना संकट के बीच प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की घर वापसी जारी है. उत्तर प्रदेश में 7 लाख कामगार वापस आ चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को लौटे श्रमिकों के साथ संवेदनशील व्यवहार करने के निर्देश दिए हैं.
सीएम योगी ने कहा अब तक 7 लाख श्रमिक प्रदेश में वापस आ चुके हैं. उन्होंने जिलेवार तरीके से इनकी पूरी डिटेल मांगी है. इनका डेटा भी तैयार किया जा रहा है. सीएम ने कहा कि जो राज्य सरकारें श्रमिकों की सूची उपलब्ध करा रही हैं, उन्हें लाने की व्यवस्था हम दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं. इससे 30 हजार से अधिक लोग आए हैं. इसमें गुजरात से 24 ट्रेन पहुंची थीं. इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक एक सप्ताह के अंदर लाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिक यूपी लाए गए थे. इससे पूर्व दो लाख एक महीने में आ चुके थे. सीएम योगी ने बताया कि श्रमिकों को लेकर गुरुवार को 20 ट्रेनें आ रही हैं. शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेनें आएंगी.
सीएम योगी ने कहा कि हम यहां आने वाले हर कामगार/ श्रमिक को जांच के लिए क्वारनटीन सेंटर में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं. साथ ही हर श्रमिक को खाद्यान्न और एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता भी दे रहे हैं. होम क्वारनटीन पूरा होते ही स्किल के आधार पर यूपी के अंदर ही रोज़गार दिलाने की तैयारी है। सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश के क्वारनटीन सेंटरों की क्षमता अब 12 लाख से ज्यादा की हो गई है. सभी के चेकअप के लिए 50 हजार से अधिक मेडिकल टीमें लगाई गई हैं.