यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद से सरकारी बाबुओं को खूब मशक्कत करनी पड़ रही है. राजधानी लखनऊ में सोमवार को देर रात तक सीएम आदित्यनाथ योगी और उनके कैबिनेट मंत्रियों के साथ अधिकारियों की बैठक चलती रही, जहां सीएम योगी ने सभी विभागों के सचिवों से हर चीज की खबर लेने के साथ आगे के रोड मैप पर चर्चा की. वहीं योगी सरकार ने 5 साल में 10 लाख नए रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है.
सोमवार देर रात 11 बजे तक सीएम योगी की शिक्षा से जुड़े छह विभागों से बैठक चलती रही. यहां योगी उनसे सारी जानकारी मांग रहे थे और ऐसे में अधिकारी यहां फाइलों का पुलिंदा लेकर दौड़ते-भागते दिखे.
सूत्रों की मानें तो शिक्षा विभाग के साथ बैठक में राज्य की मौजूदा शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया. इसके साथ ही निजी स्कूलों की फीस घटाने को लेकर भी निर्देश दिए गए. बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव अजय कुमार के मुताबिक, इन सारे निर्देशों को अगले 100 दिनों में अमल में लाना है.
अंदरखाने के सूत्रों की मानें तो इस मैराथन बैठक के दौरान हीला-हवाली दिखा रहे अधिकारियों को सीएम योगी ने चौकस रहने की सख्त ताकीद दी. इस दौरान एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने वहां तैनात मीडिया वालों से मजाक-मजाक में कहा-आम तौर पर सरकारी अधिकारियों को इस तरह काम की आदत नहीं होती.
सीएम योगी ने सभी विभागों से 100 दिनों का रोडमैप बनाने और उस पर तुरंत अमल शुरू करने को कहा है. इन 100 दिनों के बाद सभी अधिकारियों से काम का रिपोर्ट भी तलब किया जाएगा और कोताही पाए जाने पर अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दे दी गई है.
वहीं इन 100 दिनों के सरकार का अगला लक्ष्य 6 महीने और फिर 1 साल के लिए रोडमैप बनाने और उसपर अमल का होगा. यहां जिम्मेदारी तय करते हुए तेजी से काम पूरा करने का योगी का मकसद साफ झलकता है.