उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती युवाओं पर ज्यादा भरोसा दिखा रही है. बताया जा रहा है कि बसपा अब यूपी विधानसभा चुनाव में टिकटों की भागीदारी में भी युवाओं को बढ़ चढ़कर मौका देने पर विचार कर रही है. पार्टी करीब 50% से भी ज्यादा युवाओं को विधानसभा में टिकट दे सकती है. इसके लिए लॉयल्टी टेस्ट भी शुरू किया गया.
बीएसपी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को पार्टी में जोड़ने का प्रयास कर रही है. मायावती ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से लगातार अपना संदेश यूथ के बीच में पहुंचा रही हैं.
सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे भी एक्टिव
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा, नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर हैं. वे विधानसभा चुनाव से पहले काफी सक्रिय हो गए हैं. वे राज्य के अलग अलग शहरों में यूथ सम्मेलन कर रहे हैं. हाल ही में लखनऊ में आयोजित यूथ सम्मेलन में उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया के टिप्स दिए. उन्हें बताया गया कि भाजपा सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैसे एक्टिव रहना है. साथ ही इस बात पर भी चर्चा की गई कि कैसे मायावती को 5वीं बार मुख्यमंत्री बनाने में सोशल मीडिया की भी मदद ली जा सकती है.
बीएसपी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी लगातार बीएसपी के लिए पूरे देश अलग-अलग स्टेट में जाकर बीएसपी को मजबूत करने की कवायद कर रहे हैं और यूथ को लगातार बीएसपी में जोड़ रहे हैं. पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और बीएसपी के गठबंधन की तैयारी कर 2022 पंजाब इलेक्शन की तैयारी में लग गए हैं.
यूथ को जोड़ने की कोशिश में बसपा
बीएसपी में यूथ को लगातार जोड़ने की कवायद की जा रही है. ऐसे में टिकट की भागीदारी में उन युवाओं को भी मौका दिया जाएगा, जिनका समर्पण बसपा की नीतियों और विचारधारा के साथ चलता है. बसपा ने पार्टी नीतियों को आगे ले जाने वाले युवाओं को टिकटों में भी बराबर की हिस्सेदारी दी जाने की तैयारी शुरू कर दी.
युवाओं को प्रेरित कर रहीं मायावती
बसपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मायावती युवाओं को लगातार आगे आने की बात कह रहीं हैं. वे उनसे सोशल मीडिया पर जुड़ने के लिए कह रही हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से फेसबुक और ट्विटर के जरिए बसपा की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने की अपील की है. उन्होंने बताया कि अगर युवाओं का बसपा के प्रति रुझान बढ़ता है, तो मान लीजिए कि टिकट में उनकी भागीदारी बढ़ जाएगी.