उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बहुमत के साथ सत्ता में वापस आ गई है. इस बार बीजेपी सरकार की सत्ता में वापसी के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कई मिथक टूटे तो कई मुद्दे गायब नजर आए. जिस लखीमपुर खीरी जिले में तिकुनिया हिंसा हुई थी, वहां पर बीजेपी ने क्लीन स्वीप मारते हुए सभी 8 सीटों पर जीत दर्ज की है.
बीजेपी ने 23 जिलों में क्लीन स्वीप मारा है. इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर मंडल के कई जिले तो हैं ही, साथ ही बुंदेलखंड और अवध के कई जिलें भी शामिल हैं. बीजेपी 23 जिलों की 121 सीटों पर जीती है. वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने पांच जिलों में क्लीन स्वीप मारा है. इसमें सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ शामिल है.
किन जिलों में बीजेपी ने किया क्लीन स्वीप
बीजेपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर की सभी 9 सीटों, कुशीनगर की सभी 5 सीटों, देवरिया की सभी 7 सीटों, गोंडा की सभी 7 सीटों, गाजियाबाद की सभी 5 सीटों, गौतमबुद्धनगर की सभी 3 सीटों, हापुड़ की सभी 3 सीटों, बुलंदशहर की सभी 7 सीटों, फर्रुखाबाद की सभी 7 सीटों, कन्नौज की सभी 3 सीटों पर जीत दर्ज की.
इसके अलावा पीलीभीत की सभी 4 सीटों, मथुरा की सभी 5 सीटों, आगरा की सभी 9 सीटों, अलीगढ़ की सभी 7 सीटों, एटा की सभी चार सीटों, वाराणसी की सभी 8 सीटों, रॉबर्ट्सगंज की सभी 4 सीटों, झांसी की सभी 4 सीटों, ललितपुर की सभी 4 सीटों, महोबा की सभी 2, हमीरपुर की सभी 2, हरदोई की सभी 8, लखीमपुर की 8 सीटों पर जीत दर्ज की.
किन जिलों में सपा ने किया क्लीन स्वीप
सपा गठबंधन ने यूपी के पांच जिलों में क्लीन स्वीप किया है. आजमगढ़ की सभी 10 सीटों, अंबेडकरनगर की सभी 5 सीटों, कौशांबी की सभी 3 सीटों, शामली की सभी 3 सीटों पर जीत दर्ज की. कौशांबी की सिराथू सीट पर सपा की पल्लवी पटेल ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को शिकस्त दी, जबकि थानाभवन सीट पर मंत्री सुरेश राणा चुनाव हार गए.
किसे कितनी सीटें मिली?
यूपी में बीजेपी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि उसके गठबंधन सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 12 और निषाद पार्टी को छह सीटें मिली हैं. बीजेपी गठबंधन के खाते में 273 सीट गई. इसके साथ ही बीजेपी ने इतिहास रचते हुए एक लंबे अरसे के बाद बहुमत के साथ यूपी की सत्ता में वापसी की है.
समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत हासिल की है और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल को 8 और ओम प्रकाश राजभर की पार्टी एसबीएसपी को 6 सीटें मिली हैं. रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने दो सीटों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस भी दो सीटें जीतने में कामयाब हुई, जबकि बसपा सिर्फ एक सीट पर सिमट गई.