सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के कई पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी बंगला खाली करने की कवायद में जुट गए हैं. वहीं दूसरी ओर कई पूर्व सीएम अपने आवास को बचाने की कवायद कर रहे हैं. इसी कड़ी में बसपा प्रमुख मायावती के आवास के मुद्दे पर पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. उन्होंने सीएम को बताया कि सरकारी आवास 13 ए मॉल एवेन्यू कांशीराम मेमोरियल है ना कि पूर्व मुख्यमंत्री आवास.
मिश्रा ने कहा, 'योगी जी से 13 ए मॉल एवेन्यू कांशीराम यादगार स्थल को लेकर मुलाकात हुई. 13 ए मॉल एवेन्यू कांशीराम जी की याद में बनाया गया था. उसके बाद ये स्थल मायावती को अलॉट हुआ था'
उन्होंने कहा कि 13 जनवरी 2011 को कैबिनेट में 13 ए मॉल एवेन्यू कांशीराम यादगार स्थल के लिए निर्णय भी लिया गया था. इसमें पूरा बंगला कांशीराम यादगार स्थल के नाम से रहेगा और मायावती जी उसके छोटे से हिस्से में रहेंगी.
उन्होंने कहा कि दूसरे आदेश में कहा गया था कि मायावती के आवास छोड़ने के बाद किसी दूसरे को वो आवास अलॉट भी नहीं किया जाएगा. सतीश चंद्र मिश्रा ने योगी को दिए गए ज्ञापन में शासनादेश की कापी को भी संलग्न किया है, जिसमे 2011 में इसे कांशीराम मेमोरियल घोषित किया गया है.
बता दें कि इस संबंध में पिछले रविवार को खबर आई थी कि मायावती 13 मॉल रोड छोड़कर पास में ही बने निजी मकान 9 मॉल रोड में शिफ्ट होने जा रही हैं. वहीं मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव किराए का बंगला तलाश रहे थे, लेकिन अब वे भी खाली करने के लिए लंबा समय मांग रहे हैं.
गौरतलब है कि अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान ही मायावती ने 9 मॉल रोड का यह बंगला खरीदा था और इसे भी उसी लाल पत्थरों से बनवाया था जिस लाल पत्थरों से स्मारक बनवाने के लिए वह जानी जाती हैं.
बताया जा रहा है कि यह बंगला करीब 71 हजार स्क्वायर फीट में फैला है और जिसे मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए बनवा लिया था, लेकिन वो इसमें रहने की बजाए 13 मॉल रोड वाले सरकारी बंगले में ही रहती थीं जो दो सरकारी बंगलों को जोड़कर बनाया गया. इसे कांशीराम संग्रहालय बनाया गया था जिसके कुछ कमरों में मायावती रहती थीं लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद उसे खाली कराने की बात सामने आ रही थी. जिसे लेकर बसपा नेताओं ने शुक्रवार को मुलाकात की है.