यूपी के फिरोजाबाद में लोगों को ठगने का एक अलग ही तरीका निकाला गया था. नकली सिम के जरिए फोन मिलाया जाता, फिर लॉटरी जीतने वाली नकली खबर सुनाई जाती और इसके बाद अकाउंट नंबर मांग लाखों की ठगी को अंजाम दे दिया जाता. अब इसी गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
लॉटरी के नाम पर धोखा
दरअसल पुलिस को जितेंद्र सिंह नाम के शख्स ने फोन मिलाया था. जानकारी दी गई थी कि उसके साथ कुछ लोगों ने ठगी की है. उसे फोन पर लॉटरी की झूठी खबर सुनाई गई और दावा कर दिया गया कि वो 25 लाख जीत गया. शक ना हो इसलिए पहले ही पांच हजार रुपये जितेंद्र के फोन में ट्रांसफर भी कर दिए गए.
अब इस पूरी घटना के बारे में एसएसपी ने बताया कि आरोपी खुद को वोडाफोन या आइडिया कंपनी का कर्मचारी बता फोन मिलाया करते थे. फिर जिन्हें फंसाना होता था, उन्हें नकली लॉटरी का मेल भेजा जाता था. फिर इसी कड़ी में बैंक की डिटेल मांगी जाती और वो मिलते ही चूना लग जाता.
नकली सिम बरामद किए गए
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से 6 मोबाइल, कई बैंकों की पासबुक, ₹4000 नगद, कई आधार कार्ड, कई वोटर कार्ड, बरामद किए गए हैं. ये भी जानकारी मिली है कि ये लोग फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड दिखाकर मोबाइल के सिम विक्रेताओं से सिम हासिल कर लिया करते थे और काम पूरा होने के बाद उस सिम को ही तोड़ देते थे. अभी के लिए सभी आरोपियों के खाते फ्रीज कर लिए गए हैं. तीन आरोपी पकड़े गए हैं और दो फरार चल रहे हैं. सभी कानपुर में ही लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे थे.
वैसे इस बार पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने बकायदा डेमो भी करवाया है. जानने का प्रयास रहा है कि ये लोग कैसे लोगों को चूना लगाते थे. क्या कहकर फंसाया जाता था. ऐसे में आरोपियों द्वारा पुलिस के सामने बकायदा किसी को फोन मिला एक्टिंग की गई है.