राजनीति की जमीन पर नेताओं के बीच भले कितने भी गिले-शिकवे हों, लेकिन जब निजी जिंदगी की बात आती है तो अक्सर उनके संबंधों में मधुरता देखी जाती है. कुछ ऐसा ही गुरुवार को तब हुआ जब समाजवादी पार्टी के सीनियर लीडर आजम खान को सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मौके पर सपा के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनसे मिलने मेदांता अस्पताल पहुंच गए और उनकी सेहत का हाल-चाल जाना.
अस्पताल से बाहर आकर अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- आजम खान की तबियत ठीक है. उनका अभी इलाज चल रहा है. वहां पर जितने भी लोग मौजूद थे. उन्होंने सबसे बातचीत की. आजम खान से भी मुलाकात और बातचीत हुई. वैसे इससे पहले भी जब जून में आजम खान की तबियत खराब हुई थी और उन्हें सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब भी अखिलेश यादव उनसे मिलने अस्पताल गए थे.
फौज में कितनों को नौकरी मिली?
इस मौके पर मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए उन्होंने केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया. अग्निपथ योजना को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आपको सरकार से सवाल करना चाहिए कि फौज में कितने लोगों को नौकरी. वहीं दूध उत्पादों पर 5% जीएसटी लगाए जाने को लेकर तंज कसते हुए उन्होंने कहा-भोलेनाथ के भक्त जब दूध चढ़ाएंगे तो क्या उन पर जीएसटी नहीं लगेगा?
बुन्देलखंड एक्सप्रेसवे के पहली बारिश में बह जाने को लेकर उन्होंने कहा-मैं खुद इस पर 5 किमी चला. ये एक ही बारिश में ढह गया. टोल का डिजाइन भी गलत है और सरकार इससे चित्रकूट को भी नहीं जोड़ पाई. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहला टेबल टॉप एयरपोर्ट बन रहा है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि इसकी शुरुआत मुलायम सिंह यादव ने की थी.
हर घर तिरंगा अभियान पर ली चुटकी
अखिलेश यादव ने भाजपा के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहा-सपा तो ‘हर घर तिरंगा’ पहले से कर रही है. मेरा बचपन मिलिट्री स्कूल में गुजरा. बीजेपी दिखाना चाहती है कि एक वही राष्ट्रवादी पार्टी है. लेकिन मैंने सुना है कि एक हेडक्वार्टर है आरएसएस का, वहां कबसे तिरंगा नहीं लगा? वह बीजेपी का सहयोगी संगठन है.