न्यायालय बाल कल्याण समिति ने बच्चों के अभिभावकों को जारी नोटिस में कहा है कि 18 साल की आयु से कम वाले बच्चों को धरना स्थल से तुरंत हटाया जाए. ऐसा ना करने पर कार्यवाही की जाएगी. बता दें कि पिछले काफी दिनों से लखनऊ के घंटाघर में ये विरोध प्रदर्शन हो रहा है और लोग यहां डटे हुए हैं.
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नोटिस में कहा गया है कि बच्चों की दिनचर्या में उनके बचपन, शिक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है. ऐसे में उन्हें तुरंत धरना स्थल से हटाएं ताकि बच्चों की दिनचर्या दोबारा शुरू हो सके. कई बच्चों को स्कूल भी छोड़ना पड़ रहा है, ऐसे में धारा 75 के अंतर्गत उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी.
पहले भी चर्चा में आया है लखनऊ का धरना
बता दें कि बीते दिनों यहां लखनऊ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. घंटाघर पर बैठे लोगों के कंबल जब्त कर लिए गए थे, जिसके बाद पुलिस की काफी आलोचना हुई थी. विवाद के बाद पुलिस ने सफाई दी थी कि उन्होंने कंबल इसलिए जब्त किए ताकि वहां पर भीड़ ना इकट्ठा हो सके.
दिल्ली के शाहीन बाग की तरह घंटाघर में भी बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए हैं. यूपी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लेते हुए धारा 147 के उल्लंघन को लेकर 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. इन महिलाओं में मशहूर शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों का भी नाम था.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदर्शनकारियों को लेकर बयान दिया था और कहा था कि ये लोग (प्रदर्शनकारी) अब अपने महिलाओं और बच्चों को चौराहे पर बैठा रहे हैं और खुद पुरुष रजाइयों में बैठे हैं. योगी के बयान की कांग्रेस, सपा और बसपा ने भी आलोचना की थी.