बदायूं में दो बहनों से गैंगरेप मामले में सड़क से सत्ता तक विरोध झेल रही यूपी सरकार मामले की सीबीआई जांच को राजी हो गई है. इस मामले में दो पुलिसकर्मियों सहित सभी पांच प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही एक बड़ा फैसला लेते हुए अखिलेश सरकार ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को पद से हटा दिया है.
लखनऊ में एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए प्रदेश सरकार ने कहा, 'मुख्यमंत्री आज पीड़िता के परिजनों की मांग के मुताबिक मामले की सीबीआई जांच की सिफरिश करने को राजी हो गए हैं.' सपा सरकार ने इसके साथ ही मामले में बड़ा फैसला लेते हुए मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को पद से हटा दिया. उनकी जगह पर आलोक रंजन नए मुख्य सचिव होंगे.
आरोपियों को सरेआम फांसी दी जाए
दूसरी ओर, पीड़िता के परिजनों ने मामले में सभी पांच आरोपियों को सरेआम फांसी देने की मांग की है. साथ ही परिवारवालों ने मुआवजे की रकम लेने से भी इनकार कर दिया है. जिले के उसहैत कस्बे के कटरा सादतगंज में मंगलवार रात हुई इस वारदात की शिकार लड़कियों में से एक के पिता ने कहा कि यह मामला सारे देश को झकझोरने वाले दिल्ली गैंगरेप से भी ज्यादा जघन्य है, इसलिए उनकी मांग है कि मामले की सीबीआई जांच हो और आरोपियों को फांसी से कम सजा ना हो.
उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि जिस तरह सारी दुनिया ने हमारी मासूम बेटियों को फांसी पर लटकते देखा, उसी तरह दुनिया उनके गुनहगारों को भी फांसी से लटकते देखे. उन्हें सरेआम फांसी पर लटका देना चाहिए.'
बदायूं पहुंचे राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शनिवार को बदायूं पहुंचे. उन्होंने भी मामले में सीबीआई जांच की मांग की. इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार रात और शनिवार तड़के दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस प्रकरण के सभी पांच प्रमुख अभियुक्त अब पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि वारदात के आरोपी हेड कांस्टेबल छत्रपाल यादव को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया गया, जबकि पांचवें आरोपी सर्वेश यादव को शनिवार तड़के पकड़ा गया.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो नाबालिग बहनों के साथ गैंगरेप के बाद उन्हें फांसी पर लटका कर उनकी हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने अब तक मामले के पांचों प्रमुख अभियुक्तों हेड कांस्टेबल छत्रपाल, कांस्टेबल सर्वेश यादव और गांव के पप्पू यादव, अवधेश यादव और सर्वेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में कुल सात अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिनमें दो अज्ञात हैं.