उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को किसानों के लिए राहत पैकेज रिलीज किया है. किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने 300 करोड़ रुपये देने का निर्देश दिया है. उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने फसल बर्बाद कर दी.
प्रभावित किसानों की मदद के लिए अब तक उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 500 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं. जिलाधिकारियों को टीआर 27 के तहत 370 करोड़ रुपये का आकस्मिक आहरण कर किसानों को प्राथमिकता पर मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
इसके अलावा सरकार ने निर्देश दिया है कि आम और आलू की फसल के नुकसान के बारे में जिलों से रिपोर्ट प्राप्त करें. केन्द्र सरकार द्वारा दी जाने वाली राहत राशि से दोगुनी राशि राज्य सरकार अपने संसाधनों से किसानों को उपलब्ध करा रही है.
मुख्य सचिव को राहत कार्रवाई की नियमित समीक्षा करने तथा इस संबंध में जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं. राहत आयुक्त कार्यालय में नियंत्रण कक्ष एवं टोल फ्री फोन नम्बर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में फसल बर्बादी से अब तक 35 किसानों की मौत हो गई, जबकि राज्य सरकार का दावा है कि अब तक किसी किसान ने खुदकुशी नहीं की है.
बजट सत्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बादी का मामला खूब गर्म रहा था. सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने सरकार से किसानों की मदद के लिए आगे आने की अपील की थी.
इसी ओर ध्यान देते हुए सरकार की एक टीम मंगलवार को यूपी तीन जिलों का दौरा करेगी. इसके बाद सरकार देश के अन्य हिससों में भी जा सकती है. राज्य के 40 जनपद ओलावृष्टि और बारिश की चपेट में आए हैं. जिससे करीब 5 लाख किसान इससे प्रभावित हुए हैं.
यूपी की आम पट्टी में बेमौसम बारिश से आम के पेड़ों को भी काफी नुकसान हुआ है. उत्तर प्रदेश में करीब 3 लाख हेक्टेयर में आम के बगीचे हैं. जहां से करीब 40 लाख टन आम का उत्पादन होता है.