यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य तीन तलाक को लेकर अपने बयान पर कायम हैं. शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि कुछ मुस्लिम पुरुष हवस के चलते अपनी पत्नियों को तलाक देते हैं. आजतक के साथ खास बातचीत में मौर्य अपने बयान पर कायम रहे. उन्होंने दोहराया कि तीन तलाक के पीछे कहीं ना कहीं ओछी मानसिकता और हैवानियत है. उन्होंने तीन तलाक के मसले को राजनीति से दूर रखने की पीएम मोदी की अपील का भी समर्थन किया.
पीएम की हिमायत
मौर्य ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत किया. उनका कहना था कि पीएम का बयान पूरे देश के लिए अहम है. मौर्य के मुताबिक जिस तरह मुस्लिम महिलाएं सड़क पर लावारिस घूम रही हैं वो किसी भी समाज के लिए संजीदा मसला है. उन्होंने कहा कि कोई भी मजहब इंसानियत के साथ दरिंदगी का पैगाम नहीं देता है.
'मजाक बना तीन तलाक'
मौर्य की राय में तीन तलाक का मसला मजाक बनकर रह गया है. उनका दावा था कि लोग घर आने में देरी और चाय में चीनी कम होने जैसी छोटी-छोटी बातों पर भी तलाक दे रहे हैं. मौर्य के मुताबिक इससे मुस्लिम महिलाएं सड़क पर आ जाती हैं और उनके बच्चों की जिंदगी भी चौपट हो जाती है.
'तीन तलाक के पीछे ओछी मानसिकता'
मौर्य मानते हैं कि तीन तलाक के पीछे छोटी सोच है. उन्होंने कहा कि देश में पहले ही महिलाओं की तादाद पुरुषों के मुकाबले काफी कम है. लिहाजा तीन या चार बार शादी करना भारतीय समाज में व्यवहारिक नहीं है. उनका दावा था कि शरीयत में भी बेवजह तलाक की इजाजत नहीं दी गई है. मौर्य ने दावा किया कि बीजेपी मुस्लिम महिलाओं को उनका हक दिलाने की कोशिश कर रही है और बाकी पार्टियों को भी इसका समर्थन करना चाहिए.
मुस्लिम बोर्ड पर निशाना
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तीन तलाक पर सरकार के रुख का पुरजोर विरोध कर रहा है. मौर्य का कहना था कि बोर्ड के जो मौलाना इस मसले पर बोल रहे हैं उन्हें मुस्लिम महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए जुबान खोलनी चाहिए. उन्होंने बोर्ड के सदस्यों को गिरेबां में झांकने की भी नसीहत दी.