यूपी के गवर्नर राम नाइक ने देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान को जायज ठहराते हुए उनका समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने युवाओं द्वारा अंग्रेजी कल्चर अपनाकर 'हाय-बाय' करने पर ऐतराज जताया था. राम नाइक का कहना है कि अंग्रेजी कल्चर में पल बढ़ रहे युवा अपनी संस्कृति से दूर हो रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है.
इसके साथ ही राम नाइक ने राजनाथ सिंह से भी आगे बढ़ते हुए माध्यमिक यानी बारहवीं क्लास तक अंग्रेजी पढ़ाये जाने पर ही सवाल खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि अंग्रेजी की पढ़ाई बारहवीं क्लास के बाद ही शुरू होनी चाहिए.
गौरतलब है कि प्राचीन भारतीय ज्ञान की सराहना करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा था कि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की भविष्यवाणी के लिए अमेरिकी वेधशाला की ओर देखने की जरूरत नहीं है, बल्कि पड़ोस का कोई ‘पंडित’ ही इस बारे में सटीक जानकारी दे देगा.
गृहमंत्री ने लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा, ‘हमारा मीडिया भ्रमित है. यह बता दिया कि अमेरिकी वेधशाला कहती है कि सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण फलां तारीख को लगेगा. मैं देखता हूं कि वहां विज्ञान ने कितनी उंचाइयां हासिल की हैं. मत देखो वेधशाला की तरफ. पड़ोस में कोई भी पंडित जी होंगे, पंचांग खोलेंगे. सौ साल पहले और सौ साल बाद का ग्रहण बता देंगे.’
उन्होंने ‘हाय’ और ‘बाय’ संस्कृति पर आपत्ति करते हुए छात्रों से कहा कि वे ऐसा नहीं करें, बल्कि परंपरा का अनुकरण करते हुए अपने माता पिता और बड़ों के चरण स्पर्श करें. राजनाथ ने कहा , ‘बच्चों को बतायें कि 'हाय' और 'बाय' का कल्चर छूटना चाहिए. बच्चे मम्मी और पापा को हाय बोलते हैं. यह क्या हो गया है. क्या मां बाप का चरण छूने से कोई छोटा हो जाता है. जो झुकना नहीं जानता, वह जीवन में किसी न किसी समय टूट जाता है.’