उत्तर प्रदेश में एसिड अटैक पीड़ितों का इलाज अब सरकारी खर्च पर होगा. राज्य सरकार ने सूबे के सभी चिकित्सा शिक्षा संस्थानों व राजकीय मेडिकल कॉलेजों में शासकीय खर्च पर इनका पूरा इलाज कराने के निर्देश दिए हैं.
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा बीएस भुल्लर ने बताया कि तेजाब हमले के पीड़ितों की प्लास्टिक सर्जरी, करेक्टिव सर्जरी, मनोवैज्ञानिक चिकित्सा की जरूरत पड़ती है. इन पर होने वाला सभी खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. संजय गांधी पीजीआई में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड प्रो. राजीव अग्रवाल को इसका नोडल ऑफिसर बनाया गया है.
भुल्लर ने बताया कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में प्लास्टिक सर्जरी की व्यवस्था नहीं है. रूरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सैफई के अलावा लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई, डॉ. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्लास्टिक सर्जरी के विशेषज्ञ चिकित्सक हैं. ऐसे में पीड़ित या पीड़िता राजकीय मेडिकल कॉलेजों में प्रारंभिक चिकित्सा से लेकर सुपर स्पेशियलिटी संस्थानों में इलाज करा सकेंगे.
इसमें प्रारंभिक उपचार से लेकर प्लास्टिक सर्जरी, करेक्टिव सर्जरी, प्रोस्थेसिस, टिश्यू, एक्सपैंडर सहित सभी आवश्यक चिकित्सा सामग्री, फॉलोअप सर्जरी, मनोवैज्ञानिक चिकित्सा में होने वाला सभी खर्च चिकित्सा संस्थान व मेडिकल कॉलेज अपने बजट से करेंगे.
इस योजना के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए नोडल ऑफिसर प्रो. राजीव अग्रवाल से 0522-2495605 पर संपर्क किया जा सकता है.