असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में बाबा (योगी आदित्यनाथ) सबके नाम बदल रहे हैं. अकबर इलाहाबादी का उपनाम बदलकर प्रयागराजी कर दिया गया है. इसके जवाब में यूपी हायर एजुकेशन सर्विस कमीशन के अध्यक्ष ने बताया कि आयोग की हिंदी और अंग्रेजी की वेबसाइट हैक हो गई थी. हिंदी की वेबसाइट में उपनाम को सही करा लिया गया है जबकि अंग्रेजी की वेबसाइट में उपनाम को सही किया जा रहा है.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार शाम को ट्वीट किया कि शहर क्या, शायर क्या? उत्तर प्रदेश में बाबा सबके नाम बदल रहे हैं. अकबर इलाहाबादी का नाम बदल कर प्रयागराजी कर दिया गया है. उम्मीद है कि ‘फ़िराक़ गोरखपुरी’ की ऐसी तौहीन नहीं होगी! उन्होंने आगे लिखा कि “ये अजीब सितम है अजीब जफ़ा कि यहां न रहे तो कहीं न रहे!” ओवैसी के इस ट्वीट के बाद आयोग के अध्यक्ष की ये सफाई आई है.
शहर क्या शायर क्या?! उत्तर प्रदेश में बाबा सबके नाम बदल रहे हैं। अकबर इलाहाबादी का नाम बदल कर प्रयागराजी कर दिया गया है😂
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 28, 2021
उम्मीद है के ‘फ़िराक़ गोरखपुरी’ की ऐसी तौहीन नहीं होगी!
“ये अजीब सितम है अजीब जफ़ा कि यहाँ न रहे तो कहीं न रहे!” pic.twitter.com/dGDIrLjj7c
प्रयागराज स्थित आयोग के अध्यक्ष ईश्वर चरण विश्वकर्मा ने बताया कि मंगलवार को यूपी हायर एजुकेशन सर्विस कमीशन की वेबसाइट मंगलवार को हैक कर ली गई थी. हैकरों ने कुछ फेसम कवियों के उपनाम इलाहाबादी को बदलकर प्रयागराज कर दिया था. हालांकि हिंदी वेबसाइट में कवियों के उपनाम को ठीक कर दिया गया है जबकि अंग्रेजी के वेबसाइट को ठीक करने का काम जारी है. उन्होंने बताया कि घटना की शिकायत साइबर सेल से की गई है.
विश्वकर्मा ने बताया कि इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करने वाले कुछ बदमाशों की ये करतूत थी. उन्होंने बताया कि प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार जिनके उपनाम "इलाहाबादी" को "प्रयागराज" से बदल दिया गया था, उनमें अकबर इलाहाबादी, तेज इलाहाबादी और रशीद इलाहाबादी शामिल थे, इन नामों को हिंदी वेबसाइट में सही कर दिया गया है.