उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित खनन घोटाला मामले में बुलंद शहर के जिला अधिकारी अभय सिंह पर कार्रवाई करते हुए उन्हें इस पद से हटा दिया गया है. अभय सिंह का नाम वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया है. अब इस पद की जिम्मेदारी रविंद्र कुमार को दी गई है.
इसके अलावा विवेक, कौशल विकास मिशन और प्रशिक्षण एवं सेवायोजन उत्तर प्रदेश के निदेशक का नाम भी वेटिंग लिस्ट में डाल दिया है. देवी शरण उपाध्याय मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ को भी पद से हटाकर वेटिंग लिस्ट में कर दिया गया है. तीनों पर सीबीआई ने खनन घोटाले में छापे मारी की गई थी.
उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित खनन घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को छापेमारी की थी. ये छापे बुलंदशहर के जिलाधिकारी (DM) अभय कुमार सिंह के निवास पर मारे गए. खनन मामले में अभय कुमार सिंह भी रडार पर थे, ऐसे में सीबीआई ने अब कार्रवाई की है. बता दें कि ये मामला तबका है जब राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत्री थे.
अभय सिंह के आवास से 47 लाख रुपये की रिकवरी हुई है तो वहीं देवरिया के एडीएम देवीशरण उपाध्याय के घर से 10 लाख रुपये रिकवर हुए हैं. जिसके चलते सीबीआई टीम ने अब नोट गिनने की मशीन भी मंगाई थी.
सीबीआई की टीम बुलंदशहर के डीएम के घर पूरी तैयारी के साथ छापा मारने गई थी. इस दौरान 4 गाड़ियां वहां पहुंची थी, जिनमें से दो गाड़ियां जरूरी दस्तावेज़ को अपने साथ ले गई है.
अवैध खनन का मामला 2012 से 2016 के बीच का है, इस वक्त राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. तब खनन मंत्रालय का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही संभाल रहे थे. ऐसे में उनपर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं.
अभय सिंह, सितंबर 2013 से लेकर जून 2014 तक फतेहपुर के डीएम रह चुके हैं. अभय कुमार सिंह 2007 बैच के यूपी कैडर के IAS अधिकारी हैं. वह बुलंदशहर के अलावा फतेहपुर, रायबरेली और बहराइच के भी डीएम रह चुके हैं.