उत्तर प्रदेश में खतरनाक जीका वायरस का पहला मामला सामने आ गया है. कानपुर में एक एयरफोर्स कर्मी जीका वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. कुछ दिनों के बुखार के बाद जब उनकी जांच करवाई गई, तो वे जीका वायरस से ग्रसित दिखे. अभी के लिए एयरफोर्स कर्मी को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है, वहीं उनके सीधे कॉन्टैक्ट में आए 200 लोगों को भी आइसोलेट रहने के लिए कह दिया गया है.
यूपी में जीका की दस्तक
जानकारी मिली है कि कानपुर के पोखरपुर इलाके में जीका का पहला मामला सामने आया है. दरअसल एयरफोर्स कर्मी एमएस अली को कुछ दिनों से बुखार आ रहा था. जब उन्होंने अस्पताल जा अपनी जांच करवाई, तो वे जीका से संक्रमित निकले. ये पुष्टि भी तब हुई जब एमएस अली के ब्लड सैंपल को पुणे जांच के लिए भेजा गया. अब शनिवार को उनकी रिपोर्ट आ गई और वे जीका वायरस से संक्रमित पाए गए.
पूरा इलाका किया गया सैनिटाइज
बताया गया है कि पूरे इलाके को सैनिटाइज करवा दिया गया है और जरूरी सावधानी बरती जा रही है. डेंगू के बढ़ते मामलों की वजह से चिंता में बैठे यूपी प्रशासन के लिए जीका की दस्तक अच्छे संकेत नहीं हैं. अभी के लिए सिर्फ पहला मामला सामने आया है, लेकिन इस वायरस को फैलने में ज्यादा समय नहीं लगता है. जीका वायरस की बात करें तो ये भी मच्छर के जरिए फैलता है. कई लक्ष्ण भी डेंगू जैसे ही रहते हैं, लेकिन ये ज्यादा घातक और जानलेवा साबित होता है. बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द कुछ कॉमन लक्षण हैं जो जीका वायरस से संक्रमित इंसान देखे जा सकते हैं.
केरल में जीका के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिले हैं. एक बच्चे ने इस वायरस की वजह से अपनी जान भी गंवा रखी है. ऐसे में ये वायरस घातक भी है और इस पर काबू पाना मुश्क्लि भी. तमाम सरकारें कोरोना की तरह जीका से भी एक रणनीति के तहत लड़ने की तैयारी कर रही हैं.