उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (एएपी) ने यूपी के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर रखा है. अब एएपी यूपी में 'किसान महापंचायत' की तैयारी कर रही है. दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का एएपी लगातार समर्थन कर रही है.
संसद में बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग कर चुकी एएपी अब सड़क पर आंदोलन करने जा रही है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किसानों के मुद्दों के समर्थन में एक महापंचायत करने का ऐलान किया है. यूपी में आयोजित होने जा रही एएपी की किसान महापंचायत को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे.
एएपी नेता संजय सिंह के मुताबिक किसान महापंचायत मेरठ में 28 फरवरी को होगी. किसान महापंचायत का ऐलान करने वाले एएपी के राज्यसभा सांसद और पार्टी के उत्तर प्रदेश से प्रभारी संजय सिंह सोमवार को मेरठ का दौरा करने भी पहुंचे. इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि हम 1857 की क्रांतिभूमि मेरठ से किसानों के हक में आवाज उठाएंगे.
गौरतलब है कि जब गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के आंसू छलके थे, उनके समर्थन में 29 जनवरी को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ था.
टिकैत के गांव में हुई इस महापंचायत में संजय सिंह भी शामिल हुए थे. साथ ही, गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत से मिलने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी पहुंचे थे. दिलचस्प बात ये है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव के अलावा पंचायत और निकाय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर चुकी एएपी यूपी के किसानों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश में जुट गई है.