उत्तर प्रदेश में कोरोना के भयावह स्थिति के बीच त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना जारी है. यूपी में कुल 75 जिले हैं और इन 75 जिलों में जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 12,89,830 प्रत्याशियों का फैसला होना है. कल तक तस्वीर और साफ हो जाएगी कि शह और मात के इस खेल में किसके सिर ताज सजेगा और कौन सत्ता से वंचित हो जाएगा.
बुलंदशहर के शिकारपुर प्रखंड के गांव सुरजावली से चुनाव लड़ रहीं प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल शर्मा के छोटे भाई की पत्नी ममता शर्मा ग्राम प्रधान के लिए निर्वाचित हो गई हैं. बता दें कि मंत्री अनिल शर्मा शिकारपुर विधानसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी विधायक हैं.
यूपी के पूर्व सीएम व सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव जिला पंचायत सदस्य के लिए मैदान में हैं हालांकि वह अभी आगे चल रहे हैं. अभिषेक अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से आगे चल रहे हैं.
पहली दफा दलित जाति का कोई प्रधान बना है
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव परिवार द्वारा समर्थित प्रत्याशी रामफल वाल्मिकि ने सैफई से ग्राम प्रधान पद जीत लिया है. मुलायम सिंह यादव के परिवार की तरफ से प्रधान पद के रामफल वाल्मीकि को उम्मीदवार बनाया गया था. रामफल वाल्मीकि को 3877 मत मिले हैं. वहीं दूसरे स्थान पर महिला प्रत्याशी विनीता को मात्र 15 वोट मिले हैं. सैफई में पहली बार आज़ादी के बाद मतदान हुआ और पहली दफा दलित जाति का कोई प्रधान बना है.
पंचायत चुनाव में सपा के के गढ़ में बीजेपी ने सेंध लगा दी है. सपा का गढ़ माने जानेवाले व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी का संसदीय क्षेत्र रहे कन्नौज के निगोह खास से प्रधान पद पर भाजपा नेता विपिन दूबे की पत्नी शिप्रा 30 मतों से विजयी हुई हैं.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पूर्व सांसद रही सीमा उपाध्याय को हाथरस जिला के वार्ड नंबर-14 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत लिया है. सीमा ने अपनी देवरानी और बीजेपी प्रत्याशी ऋतु उपाध्याय को दी शिकस्त.
गैंगस्टर विकास दुबे के गांव का हाल
कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के गांव बिकरू से प्रत्याशी मधु ने 54 वोट से जीत दर्ज की है. मधु की इस जीत ने,यह साबित कर दिया है कि विकास दुबे का खौफ अब उसके अपने गांव में ही नहीं रहा. कानपुर से ही नरवल प्रखंड के सेन पश्चिम पारा ग्राम पंचायत के प्रधान पद पर,किन्नर काजल किरण ने जीत दर्ज की है. इससे पूर्व किन्नर काजल किरण नौबस्ता के पशुपति नगर वार्ड 48 से पार्षद भी रह चुकी हैं.
प्रयागराज की बात करें तो सोरांव के करौदी गांव में दो प्रत्याशियों को समान मत मिलने के बाद टॉस से हार-जीत का फैसला किया गया. मिली जानकारी के मुताबिक, करौदी गांव में हुए पंचायत चुनाव में राजबहादुर और भुंवरलाल को 170-170 मत मिले थे. इसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर सुरेश चंद्र यादव ने टॉस के जरिये,विजेता का फैसला किया गया. टॉस के दौरान भुंवरलाल टॉस जीत कर करौदी के ग्राम प्रधान बन गए
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पिंडरा प्रखंड के नंदापुर में ग्राम प्रधान के लिए चुनाव लड़ रही महिला प्रत्याशी सुनरा देवी जीत की खुशी बर्दाश्त नहीं कर सकीं और उनकी मौत हो गई. दरअसल जब जीत की सूचना महिला प्रत्याशी को दी गई,कि वह तीन वोट से जीत गईं हैं तब वह खुशी बर्दाश्त नहीं कर सकी और उनका निधन हो गया.
सुनरा देवी अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी को मात्र तीन मतों से हराकर जीत हासिल की थीं. सुनरा देवी को कुल 294 मत मिले जबकि उनकी प्रतिद्वंदी प्रेमशीला को 291 मत मिले. मृत सुनरा देवी का प्रमाणपत्र उनके पुत्र अजय यादव ने लिया. खराब तबियत के कारण आईसीयू में सुनरा देवी भर्ती थीं.
जीत के बाद पसरा मातम
पंचायत चुनाव मतगणना के दौरान कुछ गांव ऐसे भी हैं, जहां जीत के बाद भी मातम पसरा हुआ है. अमरोहा में गंगेश्वरी विकास खंड के गांव खनौरा में प्रधान पद के लिए प्रत्याशी सविता ने 165 वोटों से चुनाव जीत हांसिल की लेकिन दुर्भाग्यवश,शुक्रवार रात उनकी कोराना से मौत हो गई.
जीत के ऐलान के बाद भी जीती हुई उम्मीदवार सविता के परिवार में मातम पसरा हुआ है और गम का माहौल है. वहीं जिला मैनपुरी के ग्राम पंचायत नगला ऊसर से प्रधान पद की प्रत्याशी पिंकी देवी ने 388 मत प्राप्त कर अपने प्रतिद्वंदी चंद्रा देवी को 115 मतों से हराया लेकिन पिंकी देवी का भी बीते दिनों निधन हो गया था. अब इन सीटों पर दोबारा चुनाव होगा.
जिला मथुरा की बात करें तो पंचायत चुनाव में 33 सीटों के लिए मतगणना जारी है. आरएलडी 17 सीटों पर आगे चल रही है, बसपा 8 सीटों पर और भाजपा 6 सीटों पर आगे चल रही है. राष्ट्रीय लोक दल के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनूप चौधरी और पूर्व मंत्री तेजपाल सिंह की पत्नी सुधा सिंह मतगणना में आगे चल रही हैं.