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UP: हाई-टेक होंगे 'विधायक जी', विधानसभा के बाद अब विधानपरिषद भी होगी पेपरलेस

यूपी में 19 सितंबर से शुरू होने वाले विधानमंडल सत्र में विधायकों के हाथों में फाइल की जगह टैबलेट नजर आएगा. विधायक अपने क्षेत्र के काम और मुद्दों को सदन में उठाने और मंत्री सदन में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देने के लिए ‘tablet’ लेकर सदन में आएंगे. इस परिवर्तन पर बीजेपी के एक एमएलसी ने बिना नाम लिए सपा मुखिया पर तंज कसा है.

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विधानसभा के बाद विधान परिषद भी होगी पेपरलेस
विधानसभा के बाद विधान परिषद भी होगी पेपरलेस

विधानसभा के बाद अब यूपी विधान परिषद भी पेपरलेस होगी. 19 सितंबर से शुरू होने वाले विधानमंडल सत्र में विधायकों के हाथों में फाइल की जगह टैब्लेट(tablet) नजर आएगा. विधान परिषद में इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. पिछले सत्र में E-Vidhan की शुरुआत हुई थी. विधानसभा के बाद इस बार विधानमंडल के दोनों सदनों को डिजिटलाइज कर दिया जाएगा.

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यूपी विधानमंडल का सत्र इस बार माननीयों के लिए काफी खास होगा. विधायक अपने क्षेत्र के काम और मुद्दों को सदन में उठाने और मंत्री सदन में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देने के लिए ‘tablet’ लेकर सदन में आएंगे. नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन(NeVA) के तहत पिछले सत्र में ही इसको डिजिटल करने की शुरुआत की गयी थी. E-Vidhan लागू करते हुए विधानसभा के मुख्य मंडप में सभी सीटों पर टैब्लेट लगाए गए थे. इसके बाद विधायकों की सीट तय कर दी गयी थी. सीटों पर इंस्टॉल टैब्लेट विधायक के लॉग इन और Password से ही खुलते हैं. 


विधान परिषद के कक्ष में टैब्लेट लगाने का काम अंतिम रूप में है. अब परिषद में भी सभी सदस्यों के बैठने का स्थान निर्धारित होगा. सभी सदस्य पासवर्ड से ही टैब्लेट खोल पाएंगे. विधान परिषद में भी ई-विधान लागू होने से यूपी विधानमंडल पूरी तरह डिजिटल हो जाएगा. इसके लिए विधानपरिषद के सदस्यों को 17 और 18 सितंबर को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. 

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NIC के एक्स्पर्ट्स ने दिया प्रशिक्षण 
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पिछले सत्र में ही इसके लिए खास पहल पर काम में तेजी और दक्षता के लिए विधायकों की ट्रेनिंग करवाई थी. उन्होंने तकनीकी पहल के साथ विधायकों के साथ भी बैठक की थी. NIC के एक्स्पर्ट्स से विधायकों को प्रशिक्षण दिलवाया गया.

हर विधायक के हाथ में होगा टैब्लेट 
विधायक अपने काम स्मार्ट तरीके से कर सकें, इसके लिए पहले कार्यकाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर सभी विधायकों को टैब्लेट की खरीद करवाई गई थी. पूरी तरह ई-विधान होने पर विधायक किसी भी दौरे पर होने के दौरान भी बैठकों में ऑनलाइन जुड़ सकेंगे. 

अखिलेश यादव पर तंज
इस परिवर्तन पर बीजेपी के एमएलसी विजय बहादुर पाठक का कहना है ‘जो लोग मुख्यमंत्री को ये कहते थे कि लैपटॉप चला कर दिखाएं, उनको अब जवाब मिल गया होगा. न सिर्फ मुख्यमंत्री ने खुद लैपटॉप चला कर दिखाया बल्कि पेपरलेस बजट भी पेश किया. साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने विधानसभा के दोनों सदनों को भी डिजिटलाइज कर दिया है’ 


 

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