उत्तर प्रदेश में गठबंधन के साथ विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व नतीजे हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों में फिलहाल घमासान मचा हुआ है. सूबे में निकाय चुनाव को लेकर सहयोगी दल ही आमने सामने आ गए हैं. नौबत यहां तक आ गई है कि सहयोगी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ न सिर्फ उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, बल्कि उनके नामों की भी घोषणा कर दी है.
एक तरफ जहां सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने बीजेपी के विरुद्ध अपना प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है. वहीं भारतीय निषाद पार्टी और अपना दल में भी विरोध की सुगबुगाहट तेज हो गई है. दरअसल, योगी सरकार में सहयोगी पार्टी भारतीय समाज पार्टी और बीजेपी के बीच टिकट को बात नहीं बन पा रही है. यही वजह है कि भासपा ने अपने प्रत्याशियों के नाम जारी कर दिए हैं.
भासपा ने फिलहाल अपने प्रभाव वाली नगर पंचायतों में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. इनमें देवरिया, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, बनारस, मऊ, गोरखपुर में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. भासपा के कोटे से योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने प्रत्यशियों के नाम की घोषणी की है. राजभर द्वारा लिस्ट जारी करने के बाद प्रत्याशियों ने अपने नामांकन भरने भी शुरू कर दिए हैं.
भारतीय समाज पार्टी ने पूर्वाचंल की 17 सभासद सीटों प्रत्याशी उतारे हैं. इनके अलावा वाराणसी में 10, मऊ में 4 और गोरखपुर से 3 भासपा प्रत्यशी मैदान में हैं.
बता दें कि ओम प्रकाश राजभर को योगी सरकार में मंत्री पद दिया गया है. मगर, वो अक्सर बीजेपी और मौजूदा यूपी सरकार से नाखुशी जाहिर करते रहे हैं. ऐसे में अभी निकाय चुनाव में सीधे बीजेपी के खिलाफ लड़ना उनका इरादों को जाहिर करता है. यूपी में नवंबर के आखिरी हफ्ते में निकाय चुनाव होने हैं.