सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के बयान के बाद प्रदेश का माहौल बदल गया है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हो गए हैं. यूपी के अमरोहा में डिडौली गांव में कुछ दबंगों ने एक दलित नाबालिग लड़की को जबरन कार में उठाकर ले गए. उसके साथ रेप की कोशिश की गई. लेकिन वह अपने मंसूबों को अंजाम देने में नाकाम रहे. जब पुलिस ने सपा के इन दंबगों के डर से रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की तो पीड़िता के पिता ने जान दे दी.
बताया जा रहा है कि पड़ोस के ही रहने वाले वकील के बेटे ने अपने साथियों संग मिलकर जबरदस्ती युवती को घर कर से उठाकर ले जाने की कोशिश की. विरोध करने पर लड़की के परिवार वालों की पिटाई भी की. हद तो तब हो गई जब पुलिस ने भी कोई कार्यवाही न करते हुए पीड़ित पक्ष को ही थाने से भगा दिया.
यही नहीं पुलिस ने आरोपियों से फैसला करने के लिए भी कहा. पुलिस ने पीड़ित युवती के पिता से जबरदस्ती थाने में फैसले पर अंगूठा लगवा लिया. पीड़ित परिवार का ये भी आरोप हे की आरोपी सत्ताधारी पार्टी सपा से जुड़े हैं.
पीड़िता ने कहा - 'अपने खेत पर जाते हुए कार सवार युवकों ने खींचकर कार में डालने की कोशिश की और जब मेरे परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो दबंगों ने पूरे परिवार के साथ मारपीट की. जब हम पुलिस के पास गए तो पुलिस ने डांट कर भगा दिया और फैसले का दबाव बनाने लगे और ये बात मेरे पापा को बुरी लगी तो उन्होंने फांसी लगा ली. अब मैं ये चाहती हूं कि आरोपियों को फांसी होनी चाहिए.
अपनी पति खो चुकी पीड़िता की मां सदमे में है. मां ने कहा- 'हमें पुलिस और आरोपी दोनों धमका रहे थे और पुलिस ने हमारी एक नहीं सुनी और हमारे साथ मारपीट भी हुई. आरोपियों ने कई दिन से दबाव बना रखा था जिससे तंग आकर मेरे पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और अब मेरे चार बच्चे हैं. मैं इन्हें कैसे पालूंगी. मुझे न्याय मिलना चाहिए.'
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले मुलायम ने बयान दिया था कि बलात्कारियों को फांसी की सजा नहीं दी जानी चाहिए. इस बयान की काफी निंदा हुई थी.