यूपी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर थानों का स्टिंग ऑपरेशन करवा रहे हैं. सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन सच है. सत्ता में रहने के बावजूद यूपी सरकार में सहयोगी पार्टी भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर इन दिनों थानों के स्टिंग ऑपरेशन कराने में व्यस्त हैं.
उन्होंने एक दो नहीं, बल्कि पूरे 19 स्टिंग ऑपरेशन कराने का दावा किया है और यूपी में थानों पर फैले भ्रष्टाचार से लेकर हो रही मनमानी का प्रमाण बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सामने भी रखा है. इस बात का दावा खुद ओमप्रकाश राजभर ने वाराणसी में मीडिया से मुखातिब होते हुए किया और बकायदा कुछ वीडियों को भी मीडिया के सामने रखा. जिसमें हाल ही में चर्चा में आए गाजीपुर के मरदह थाना का भी वीडियो था. इसमें थानेदार बकायदा तहरीर फाड़ता और फरियादियों के साथ गाली-गलौज करता नजर आ रहा है.
दरअसल, गरीब, पिछड़ों-अति पिछड़ों और अपने समाज की लड़ाई का दम भरने वाले भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर यूपी सरकार में सहयोगी पार्टी की भूमिका में होने का बावजूद इसलिए चर्चा में रहते हैं, क्योंकि आए दिन वे सरकार के खिलाफ बयानबाजी देते रहते हैं. उन्होंने बताया कि अमित शाह ने कहा कि इन चीजों पर रोक लगनी चाहिए और मैं 10 अप्रैल को आ रहा हूं.
उन्होंने कहा कि साक्ष्य और सबूत के साथ अमित शाह के पास गया. लेकिन यूपी के सीएम के पास इन चीजों को लेकर न जाने के सवाल पर ओमप्रकाश ने कहा कि वे कहते थे कि ठीक कर देंगे सब ठीक हो जायेगा.
इधर, राज्यसभा चुनाव के पहले भारत सुहेलदेव समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर जब अमित शाह से मिलकर लौटे तो लगा कि शायद गठबंधन में सब सामान्य हो गया है. लेकिन उनके एक विधायक के क्रॉस वोटिंग के बाद उन पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. ओमप्रकाश राजभर ने खुद पर उठते सवालों का जवाब तो नहीं दिया लेकिन एक बार फिर योगी सरकार को इशारों में ही कठघरे में खड़ा कर दिया.
अमित शाह से मुलाकात के बाद भी अपने विधायकों को क्रॉस वोटिंग से नहीं रोक सकने पर ओमप्रकाश राजभर आलोचनाओं से घिर गए हैं. उनके एक विधायक ने खुलकर क्रॉस वोटिंग की जबकि दूसरे विधायक भी क्रॉस वोटिंग के शक के दायरे में हैं. ऐसे में राजभर ने अपने एक विधायक को तो नोटिस जारी किया है लेकिन अपने कुनबे को नहीं संभाल पाने का दंश भी झेल रहे हैं.