मुजफ्फरनगर दंगों की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने विभिन्न मामलों के सिलसिले में 235 लोगों के खिलाफ नया आरोपपत्र दाखिल किया है. वहीं, एक स्थानीय अदालत ने दंगों से जुड़े मामलों में 349 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंत जारी किए हैं.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसआईटी) मनोज झा ने रविवार को बताया कि दंगों के विभिन्न मामलों में 235 लोगों के खिलाफ नए आरोपपत्र जारी किए गए हैं, जबकि 349 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. इसके साथ ही फरार चल रहे 108 लोगों के खिलाफ कुर्की कार्यवाही शुरू की गई है. मामले में 336 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है और जिले में 987 लोगों को वांछित घोषित किया गया है.
झा ने कहा कि जांच के बाद एसआईटी ने 987 लोगों के दंगों से जुड़े मामलों में शामिल होने की घोषणा की है. इसके साथ ही 27 लोगों के खिलाफ गैंग रेप के छह मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें 22 लोग मामलों में शामिल पाए गए. एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, वहीं 21 अन्य फरार हैं और अदालत द्वारा उनकी कुर्की प्रक्रिया शुरू की गई है. झा के अनुसार पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 6244 लोगों के खिलाफ 566 मामले दर्ज किए हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क जाने के बाद 40 हजार से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा था, जबकि 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.