यूपी में पुलिस प्रशासन की नाकामी पर तो हर किसी ने तोहमत लगाई. पुलिस के खिलाफ रोष आम है, लेकिन दूसरों पर इल्जाम लगाने वाला समाज जब खुद बेशर्मी की चादर तले मुंह छिपाने लगे तो इसे क्या कहा जाए. द्वापरयुग में जब द्रौपदी का चीरहरण हुआ था तब अंधी सभा के बीच कृष्ण ने बहन की इज्जत बचाई थी, लेकिन पीलीभीत में जब एक बहू के कपड़े उतारे जाने लगे तो वहां हर भाई और पिता की मर्दानगी जवाब दे गई.
यह वही पीलीभीत है, जहां की सांसद मेनका गांधी हैं. वह खुद महिला हैं. माइक पर गरजती हैं, लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र में जब एक महिला पर अत्याचार होता है तो आम लोगों से लेकर खाकी तक कोई गरजने या बरसने की हिम्म्त नहीं रखता, क्योंकि सामने दबंगों की दबंगई चल रही है और मामला जमीन विवाद का है.
जानकारी के मुताबिक, घटना मंगलवार 24 जून की है. जमीन विवाद में जब एक महिला ने दबंगों का विरोध किया तो पहले तो दबंगों ने उसके साथ मारपीट की, फिर उसे पूरे गांव के बीच निर्वस्त्र करने की कोशिश की. महिला अर्धनग्न हो गई और जब यह सब हो रहा था तब पूरा गांव तमाशबीन बना हुआ था. पीड़ित महिला के मुताबिक, कुछ देर बाद एक पड़ोसी महिला ने ही दबंगों के खिलाफ हिम्मत दिखाई और अपने परिवार के लोगों का जमीर जगाया. फिर कहीं जाकर उसकी इज्जत बचाई जा सकी.
गांव वाले शेर तो पुलिस सवा शेर
इस पूरे मामले में हद तब हो गई जब मामला पुलिस तक पहुंचा. जहानाबाद थाना पुलिस ने घटना की शिकायत करने पहुंचे महिला के पति को ही थाने में बिठा लिया. यही नहीं, पुलिस ने मामले को छिपाने की भी कोशिश की. लेकिन हर मामले की तरह गांव वालों का गुस्सा पुलिस के खिलाफ फूट पड़ा और वे देर शाम ट्रैक्टर से थाना पहुंच गए. पुलिस के आला अधिकारियों की समझाइश के बाद गांव वाले शांत हुए और मामला दर्ज कर लिया गया. हालांकि अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
जहानाबाद थाना के सीओ इंदु सिद्धार्थ के अनुसार, महिला की शिकायत पर 154 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.