राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. दोनों के मर्डर के पीछे एक कॉमन वजह सामने आई थी, वो थी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करना. इसके बाद यूपी की पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. उत्तर प्रदेश में इस तरह की कोई वारदात न हो, इसके लिए पुलिस एक नई एक्सरसाइज करेगी. लिहाजा यूपी पुलिस अब सोशल मीडिया पर भी अपनी पैनी नजर रखेगी. मसलन, यूपी पुलिस जमीन के साथ ही सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर भी मुस्तैद रहेगी.
डीजीपी ऑफिस की तरफ से बताया गया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक और अफवाहों का खंडन करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार सक्रिय रहती है, जिसके चलते वह ट्विटर पर @uppviralcheck एकाउंट के नाम से एक्टिव है. डीजीपी ऑफिस की ओर से जारी प्रेसनोट में बताया गया कि झूठी और भ्रामक सूचनाओं के खंडन और उसे सही तथ्यों के साथ प्रस्तुत करने के लिए ट्विटर के साथ ही यूपी पुलिस का एकाउंट फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी शुरू किया जा रहा है.
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इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी यूपी पुलिस सक्रिय दिखाई देगी, ताकि अफवाह वाली खबरों पर पैनी नजर रखी जा सके. साथ ही कोई भी असामाजिक तत्व (फ्रिंज एलिमेंट) सौहार्द्र न बिगाड़ सके.
फेसबुक पर @UPPFactCheck और इंस्टाग्राम पर भी @UPPFactcheck के नाम से अकाउंट बनाया जा रहा है. प्रेस नोट में बताया गया है कि ट्विटर की तरह ही फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी वायरल हो रहे वीडियो और पोस्ट की सत्यता जानने के लिए यूपी पुलिस की @UPPFactcheck आईडी पर टैग करते हुए सही जानकरी हासिल की जा सकती है.
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पुलिस की ओर से ये जानकारी भी दी गई है कि कोई व्यक्ति जो सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहा है, उसके बारे में फेसबुक, टि्वटर और इंस्टाग्राम के मैसेज बॉक्स में जाकर सूचना दी जा सकती है. इन्फॉर्मेशन देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और जो शख्स अफवाह फैला रहा है, ऐसे असामाजिक तत्व के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.