कानपुर हिंसा मामले में यूपी पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालने के बाद 40 आरोपियों की तस्वीरें जारी की है. इन सभी उपद्रवियों पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है. पुलिस ने इन आरोपियों की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखने का ऐलान किया और इसके लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है.
जिन आरोपियों की तस्वीर पुलिस ने जारी की है उनकी पहचान घटना के वीडियो फुटेज से की गई है. कानपुर पुलिस ने सूचना देने के लिए बेकनगंज थाने के इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर 9454403715 जारी किया है.
बता दें कि कानपुर हिंसा मामले में अब तक 38 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. एटीएस की टीम इन आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है.
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में बवाल हुआ था. इसके बाद से पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा दिन में तीन बार हिंसाग्रस्त इलाके का दौरा कर रहे हैं.
कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे और कुछ ही देर में हिंसा भड़क गई थी. दोनों पक्षों की तरफ से पथराव किया गया. यहां दुकानें बंद कराने को लेकर विवाद की शुरुआत हुई थी.
घटना के बाद सरकार एक्शन मोड में है. मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इंडिया टुडे को घटना से जुड़े एक्सक्लूसिव सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिसमें हिंसा से पहले बोतल में पेट्रोल दिया जा रहा है.
बोतल में पेट्रोल दिए जाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने उस पेट्रोल पंप का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है जिसने उन्हें पेट्रोल दिया था.
बता दें कि 3 जून को कानपुर में हुई हिंसा में उपद्रवियों ने पेट्रोल बम का भी इस्तेमाल किया था. हिंसा के दौरान कई पेट्रोल बम फेंके गए थे. जांच के बाद पता चला कि हिंसा से ठीक पहले पेट्रोल पंपों से पेट्रोल खरीदा गया था.
इस विवाद की शुरुआत बीजेपी से निलंबित की जा चुकीं प्रवक्ता नूपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी से हुई थी. उनके बयान के विरोध में कानपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बाजार बंद बुलाया था.
इसी दौरान दुकानों को बंद कराए जाने को लेकर बवाल हो गया था जिसके बाद हिंसा भी हुई थी. बाद में भारतीय जनता पार्टी ने धर्म विशेष को लेकर उनके बयान से किनारा करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था.
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