उत्तर प्रदेश सरकार ने रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेल अधिकारियों के सामने विशेष ट्रेनों के एसी और साधारण डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव रखा है, जिससे किसी अपराध के घटित होने पर अपराधी की शिनाख्त आसानी से हो सके.
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (रेलवे) रिजवान अहमद ने बताया, ‘रेल अधिकारियों के सामने कुछ खास रेलगाडियों के वातानुकूलित और आम कोचों में वीडियोग्राफी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. इससे इन गाड़ियों में कोई घटना होने पर आपराधिक तत्वों की शिनाख्त करके अपेक्षित कार्यवाही में मदद मिलेगी.’
उन्होंने कहा, ‘हमने इस संबंध में रेल अधिकारियों को पत्र लिखा है. यह भी आग्रह किया है कि जिन गाड़ियों में यह व्यवस्था पहले से है उनमें लगे कैमरे हर हाल में चालू रखे जाएं.’ अहमद ने बताया कि भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाने की योजना है.
उन्होंने कहा कि इन कार्यों के लिए रेलवे के अधिकारियों का सहयोग लेने के निर्देश प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षक रेलवे को दिए गए हैं. गौरतलब है कि जीआरपी के मुरादाबाद, लखनऊ अनुभाग में 'दृष्टि योजना' के तहत महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सीसीटीवी लगवाए गए हैं. जिसकी मॉनिटरिंग सेक्शन मुख्यालय से की जा रही है और जीआरपी के पुलिस अधीक्षकों को भी अपने यहां इसी तरह की योजना बनाने के लिए कहा गया है.
अहमद ने बताया कि उत्तरप्रदेश से गुजरने वाली सभी ट्रेनों के सभी कोचों में ठहराव और रेलवे स्टेशनों के जीआरपी फोन नंबरों के स्टिकर लगाए जाने की भी योजना बनाई गई है ताकि पीड़ित व्यक्ति तत्काल आवश्यकतानुसार फोन कर पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकें.
इसी प्रकार रेलवे कंट्रोल रूम के नंबरों के स्टीकर डिब्बों में चिपकाए जाने की योजना है. रिजवान अहमद ने बताया कि जीआरपी के अधिकारियों को सभी कुली, वेंडर आदि का सत्यापन कर अनधिकृत वेंडरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. स्टेशन परिसर में प्रवेश करने वाले अनधिकृत रास्तों को भी बंद कराने के लिए कहा गया है.