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नाराजगी की अटकलों के बीच दिल्ली बुलाए गए यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

यूपी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के स्वास्थ्य मंत्रालय में ट्रांसफर में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग में हुए ट्रांसफर पर खुद मंत्री ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाए थे. उन्होंने इस मामले में विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से जवाब भी तलब किया था. इसके बाद सीएम योगी ने तबादलों पर जांच बैठा दी है.

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 यूपी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
यूपी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी में तीन मंत्रियों के नाराज होने की खबर
  • बीजेपी आलाकमान ने ब्रजेश पाठक को दिल्ली बुलाया

उत्तर प्रदेश में 'तबादलों में भ्रष्टाचार और कार्रवाई को लेकर नाराज चल रहे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को दिल्ली बुलाए जाने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि वे आज या कल दिल्ली रवाना हो सकते हैं. ये वे पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे. इससे पहले यूपी के एक और नाराज मंत्री दिनेश खटीक ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. 

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सूत्रों के मुताबिक, आलाकमान ने ब्रजेश पाठक को दिल्ली बुलाया है. ब्रजेश पाठक को ऐसे वक्त पर दिल्ली बुलाया गया जब, उनके, जितिन प्रसाद और दिनेश खटीक के नाराज होने की खबरें सामने आ रही हैं. जितिन प्रसाद भी बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे. हालांकि, उनकी मुलाकात किसी नेता से नहीं हो पाई.

नड्डा ने खटीक को दी नसीहत

उधर, जेपी नड्डा ने दिनेश खटीक की बातें सुनीं और उन्हें समस्याओं के निराकरण का आश्वासन भी दिया है. इसके साथ दिनेश खटीक को बीजेपी अध्यक्ष की ओर से नसीहत भी मिली है कि वो सरकार और पार्टी के मसले को पार्टी फोरम में ही उठाएं. 

बता दें कि योगी सरकार में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने बुधवार को अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजा था. इस इस्तीफे में दिनेश खटीक ने अधिकारियों पर तवज्जो न देने और दलितों को उचित मान-सम्मान न मिलने का आरोप लगाया था. ऐसी जानकारी है कि दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजभवन को भी भेज दिया था.

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क्यों नाराज हैं ब्रजेश पाठक और जितिन प्रसाद? 

योगी सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के स्वास्थ्य मंत्रालय में भी ट्रांसफर का खेल सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों पर काफी आपत्तियां आईं थीं. डॉक्टर्स ने आरोप लगाए थे कि तबादला नीति को दरकिनार करके ट्रांसफर किए गए. एक जिले में तैनात पति-पत्नी का ट्रांसफर अलग-अलग जिलों में कर दिया गया. स्वास्थ्य विभाग में हुए ट्रांसफर पर खुद मंत्री ब्रजेश पाठक ने सवाल उठाए थे. उन्होंने इस मामले में विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद से जवाब भी तलब किया था. इसके बाद सीएम योगी ने तबादलों पर जांच बैठा दी है.

वहीं, जितिन प्रसाद के PWD मंत्रालय में भी तबादलों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने जितिन प्रसाद के ओएसडी को हटा दिया था. साथ ही विभाग में अन्य अफसरों को भी बर्खास्त कर दिया था. बताया जा रहा है कि जितिन इसी कार्रवाई से नाराज चल रहे हैं. 


 

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