scorecardresearch
 

जब तक मैं मंत्री हूं UPPCL कर्मचारियों का पैसा डूबने नहीं दूंगा: श्रीकांत शर्मा

यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले पर बातचीत करते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हमारी यह लगातार कोशिश है कि यूपीपीसीएल का जो पैसा डीएचएफएल में फंसा है वह हर हाल में वापस आए. हमारी सुनवाई मुंबई हाईकोर्ट में चल रही है.

Advertisement
X
यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा (फाइल फोटो)
यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा (फाइल फोटो)

Advertisement

  • यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले को लेकर कांग्रेस का हमला
  • ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा बोले- फंसा पैसा वापस आएगा
  • मंत्री बोले- जहां पर गड़बड़ी हुई, पूरी जानकारी ली है

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बीते दिनों एक बार फिर यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने योगी सरकार पर यूपीपीसीएल में बड़े घोटाले का आरोप लगाते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के इस्तीफे की मांग की.

यूपीपीसीएल पीएफ घोटाले पर बातचीत करते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, 'हमारी यह लगातार कोशिश है कि यूपीपीसीएल का जो पैसा डीएचएफएल में फंसा है वह हर हाल में वापस आए. हमारी सुनवाई मुंबई हाईकोर्ट में चल रही है. कल सुनवाई हुई थी. 28 को अगली सुनवाई होगी. हमने यही बातें कहीं हैं कि हमारे कर्मचारियों का पैसा फंसा है, उनके बच्चों की भविष्यनिधि है, 28 को जो सुनवाई होगी तो पता चलेगा क्या फैसला आता है?'

Advertisement

उर्जा मंत्री ने कहा, 'मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि यूपीपीसीएल के सभी कर्मचारी-अधिकारी हमारे परिवार का हिस्सा हैं. उनका कोई अहित ना हो. उनका एक-एक पैसा वापस आए, इसके लिए हम पहले दिन से प्रयास कर रहे हैं.'

गड़बड़ी की पूरी जानकारी

मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, 'जिस ट्रस्ट ने यह पैसे दिए गए उसमें ऊर्जा मंत्री नहीं होता, उसमें चेयरमैन होते हैं. तो जहां पर गड़बड़ी हुई है मैंने उसकी पूरी जानकारी ली है. सीबीआई के लिए पत्र लिखा है. सीबीआई जब तक जांच नहीं करती, तब तक ईओडब्ल्यू जांच कर रहा है. जिन लोगों ने गैर-कानूनी तरीके से निवेश कराया है, जिन्होंने इसका ताना-बाना बुना, वो बक्शे नहीं जाएंगे.

उन्होंने कहा, 'हमने सीबीआई जांच के लिए पत्र माननीय मुख्यमंत्री को लिखा है जब तक सीबीआई इस मामले की जांच नहीं करती, तब तक ईडब्ल्यू इसकी जांच कर रहा है. ज्यादातर दोषी लोग इस पूरे मामले में घेरे में आ चुके हैं. जो भी वर्तमान-निवर्तमान लोग हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उनकी संपत्ति नीलाम करेंगे, उन्हें बख्शेंगे नहीं, एक-एक पाई वापस लेंगे. यूपीपीसीएल के जिन कर्मचारियों का पैसा गया है हम उसे वापस कर आएंगे.'

किसी को बचाने की बात नहीं आएगी

उर्जा मंत्री ने कहा, 'बड़े अधिकारियों को बचाने की कोई बात नहीं आएगी. हमें जनता ने दायित्व दिया है तो हम किसी को बचाएंगे नहीं. जबसे इसकी पटकथा लिखी गई है कि सरकारी बैंकों के अलावा प्राइवेट बैंकों में निवेश किया जाए. पहला निवेश 16 में हुआ फिर 17 में हुआ. यह पूरा प्रकरण कर्मचारियों के माध्यम से सामने आया. हम जांच 2014 से शुरू कर रहे हैं, तो आज तक का घटनाक्रम पूरे जांच में आएगा.'

Advertisement

कर्मचारी हमारे परिवार के हिस्सा

उर्जा मंत्री ने कहा, 'पीएफ के पैसे की गारंटी लेने में थोड़ी तकनीकी दिक्कत है, लेकिन ऊर्जा मंत्री के नाते हम इतना कह सकते हैं कि सभी कर्मचारी हमारे परिवार के हिस्सा हैं और उनका एक-एक पैसा उनको मिले यह हमारी चिंता है.' उन्होंने आगे कहा, 'कहा जाता है कि पीएफ का पैसा बच्चों का हिस्सा होता है, हम शुरू से कह रहे हैं कि हमारे परिवार का हिस्सा हैं. अभी तक 15 करोड़ से ज्यादा का भुगतान यूपीपीसीएल का चुका है. जब तक हमारी सरकार है उनका पैसा वापस कराएगी.'

बता दें कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का आरोप है कि योगी सरकार में 41 सौ करोड़ रुपये डीएचएफएल में जमा कराए गए. लल्लू इस मुद्दे पर योगी सरकार और ऊर्जा मंत्री पर लगातार हमलावर रहे हैं. कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर प्रदेश में प्रदर्शन भी कर रही है.

Advertisement
Advertisement