उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्तियों में हुई धांधली वाले मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अधिकारियों को दिल्ली तलब किया है. दोनों ही अधिकारियों को 9 से 16 जून तक दिल्ली में रहने के लिए कहा गया है. सीबीआई के उस पत्र के बाद से ही आयोग में हलचल तेज हो गई है. अधिकारी तमाम डाक्यूमेंट जुटाने में लग गए हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि योगी सरकार यूपी लोक सेवा आयोग में सपा शासन काल में हुई भर्तियों की जांच करवा रही है. ऐसा आरोप है कि उस समय बड़े स्तर पर धांधली की गई थी. करीब 36 हजार भर्तियां सवालों में हैं और उसी मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है. इस पूरे मामले में सीबीआई जांच की अधिसूचना 21 नवंबर 2017 को जारी हुई थी.
अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि किन दो अधिकारियों को दिल्ली तलब किया गया है, लेकिन इस मामले में इसे एक बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है. इससे पहले भी सपा काल की भर्तियों को लेकर योगी सरकार ने लगातार सवाल खड़े किए हैं और बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बात की है. अब इस बार जिन दो अधिकारियों को दिल्ली तलब किया गया है, पुरानी भर्तियों को लेकर उनसे कई तरह के सवाल होने जा रहे हैं. इसी वजह से दोनों अधिकारी हर डाक्यूमेंट को अभी से इकट्ठा कर रहे हैं. अपनी बातों को सबूतों के साथ रखने के लिए तमाम दस्तावेज साथ ले जाने की तैयारी है.
इससे पहले भी यूपी सरकार की तरफ से सपा पर कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. गोमती रिवर फ्रंट को लेकर तो कई बार सपा और बीजेपी आमने-सामने आ चुकी हैं.