जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें कब्जा करने के आरोप में फंसे सपा सांसद आजम खान को प्रशासन ने भू-माफिया घोषित कर दिया है. जबकि उत्तर प्रदेश के रामपुर में कभी तैनात रहे रिटायर्ड पुलिस अधिकारी आले हसन भी एफआईआर में आजम खान के साथ नामजद हैं. फिलहाल वह गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे हैं. आले हसन आजम खान के करीबी रहे हैं.
आजम खान पर 10 और एफआईआर दर्ज हुई है. जौहर यूनिवर्सिटी मामले में किसानों की जमीन अवैध तरीके से हड़पने के आरोप में ये एफआईआर दर्ज हुई है. अब तक सपा नेता व सांसद आजम खान पर 23 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं.
रिटायर्ड पुलिस अधिकारी आले हसन
रामपुर के एसपी अजय पाल शर्मा के मुताबिक, 'आजम खान के अलावा एफआईआर में रामपुर के पूर्व पुलिस अधिकारी (रिटायर्ड) और आजम खान के करीबी आले हसन का भी नाम है. आले हसन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई जगह रेड डाली, लेकिन वे गिरफ्तारी के डर से फरार हैं.'
एसपी अजय पाल शर्मा ने बताया, 'रामपुर में ही पूर्व में तैनात एक इंस्पेक्टर पर भी एफआईआर दर्ज हुई है. आजम खान के इशारे पर लाचार किसानों पर जमीन बेचने का दबाव बनाने के आरोप हैं. जो किसान जमीन नहीं देता आजम खान के इशारे पर उस किसान पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा देता था.'
बता दें कि इन 23 एफआईआर और जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन हड़पने के आरोपों की जांच के लिए रामपुर एसपी ने तीन पुलिसवालों की एक एसआईटी टीम गठित की है.
रामपुर के एसपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि आजम खान पर कुल 62 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. सपा नेता आजम खान को रामपुर प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है.
दरअसल, रामपुर में आजम खान द्वारा निर्मित जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीन हथियाने के दर्जनभर मुकदमे उनके खिलाफ किसानों ने दर्ज कराए हैं. वहीं, सपा नेता आजम खान पर हाल ही में प्रशासन ने कोसी नदी क्षेत्र की 5 हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा भी दर्ज कराया गया था.साथ ही उनका नाम एंटी भू-माफिया पोर्टल पर डाल दिया गया है.
जिला अधिकारी (DM) ने बताया कि नदी की जमीन हथियाने का आरोप जांच में सिद्ध हुआ है जिसके बाद प्रशासन की तरफ से मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. वहीं, लगभग 26 किसानों की जमीन पर कब्जा करने का आरोप आजम खान पर है, जिसके बाद प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई की गई है.