यूपी में महिलाओं के लिए अब ट्रेन भी सुरक्षित नहीं रह गई हैं. काठगोदाम से लखनऊ आ रही बाघ एक्सप्रेस में एक महिला से रेप के प्रयास का मामला सामने आया है. मंगलवार रात सेकेंड एसी बोगी में सवार एक युवक ने यह दुस्साहस किया. दिलचस्प बात यह कि यह है कि जीआरपी पहले महिला यात्री की शिकायत दर्ज करने से कन्नी काटती रही. लेकिन बाद में किसी तरह मामला दर्ज हुआ और रेप के प्रयास को छेड़खानी में तब्दील कर दिया गया.
जानकारी के मुताबिक, महिला के पति हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में काम करते हैं. वह परिवार और रिश्तेदारों के साथ मंगलवार रात ट्रेन संख्या 13020 बाघ एक्सप्रेस में काठगोदाम से लखनऊ आ रहे थे. सेकेंड एसी कोच में ही भदोही गोपीगंज सदर मोहाल निवासी मनोज कुमार गुप्ता भी काठगोदाम से परिवार सहित यात्रा कर रहा था. महिला यात्री का आरोप है कि मनोज उसे लगातार घूर रहा था. केबिन का पर्दा बंद किए जाने पर रात करीब सवा एक बजे ट्रेन के रामपुर पहुंचने पर मनोज ने उसके साथ छेडख़ानी की.
महिला के मुताबिक, इसके बाद जब ट्रेन देर रात हरदोई के करीब पहुंची तो मनोज ने उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया. महिला के शोर मचाने पर पति और परिजन जग गए और उनहोंने मनोज गुप्ता को पकड़ लिया. खुद को घिरा देख मनोज अपनी सीट पर भाग गया. इस बीच आसपास की केबिन के यात्री भी जमा हो गए. विरोध दर्ज करने पर आरोपी मारपीट पर उतारू हो गया, वहीं महिला की चीख सुनने के बाद बोगी के यात्री टीटीई को भी ले आए.
घरवालों ने टीटीई से घटना की शिकायत की, जिस पर उसने किनारा कर लिया. लोगों का कहना है कि ट्रेन का एस्कॉर्ट भी मौके पर नहीं पहुंचा. ट्रेन के लखनऊ पहुंचने पर आरोपी को जीआरपी के हवाले कर दिया गया. लेकिन जीआरपी ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की. बाद में रिपोर्ट दर्ज कर मनोज कुमार गुप्ता को रेलवे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.