उत्तर प्रदेश की चंदौली पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग के एक शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. रामदुलारे नाम का यह बदमाश 2010 से फरार चल रहा था और पुलिस ने इस पर 5000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था. रामदुलारे चंदौली के सकलडीहा इलाके का रहने वाला है.
2010 में मऊ के दक्षिण टोला इलाके में बहुचर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के एक गवाह राम सिंह और कांस्टेबल सतीश सिंह की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी. जिसमें आधा दर्जन बदमाशों के साथ रामदुलारे भी शामिल था. इस हत्याकांड में माफिया और बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का भी नाम आया था.
इस वारदात में रामदुलारे के साथ काली पासी, राजा श्रीवास्तव, रामा चौहान, राधे हरिजन, पंकज यादव, अनुज कन्नौजिया, राकेश पाण्डेय और रामू मल्लाह शामिल थे. जिसमें काली पासी, रामा चौहान, राजा श्रीवास्तव और राधे हरिजन पहले ही पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. अनुज, राकेश और रामू मल्लाह जेल में बंद हैं.
गुरुवार की सुबह चंदौली पुलिस को सूचना मिली की रामदुलारे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है और चंदौली की तरफ आ रहा है. उसके बाद पुलिस ने अपना जाल बिछाया और हल्की मुठभेड़ के बाद इस बदमाश को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इसके पास से एक रिवॉल्वर और कारतूस भी बरामद किया है.
चंदौली के एसपी मुनिराज ने बताया की रामदुलारे मऊ के बहुचर्चित मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह राम सिंह मौर्या और कॉन्स्टेबल सतीश सिंह की हत्या में शामिल था और 2010 से ही फरार चल रहा था. वो मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ा हुआ है. पुलिस को सूचना मिली थी की ये बदमाश चंदौली की तरफ आ रहा है, नाकेबंदी करके इसे गिरफ्तार कर लिया गया.