पूर्व सीएम अखिलेश यादव से नाराजगी की खबरों के बीच प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव का दर्द एक बार फिर छलका है. शिवपाल यादव ने ईद पर मुबारकबाद देते हुए लिखा कि हमने जिसे चलना सिखाया, और वो हमें रौंदते चला गया. हालांकि, शिवपाल यादव ने अपने ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया. हालांकि, माना जा रहा है कि उनका इशारा भतीजे अखिलेश यादव के लिए था.
अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 3, 2022
इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी!
हमने उसे चलना सिखाया..
और वो हमें रौंदते चला गया..
एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।
यूपी विधानसभा चुनाव में साथ आए थे दोनों
दरअसल, शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से नाराज होकर 2018 में नई पार्टी प्रसपा का गठन किया था. लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के साथ आने का ऐलान किया था. शिवपाल यादव सपा के टिकट पर जसवंतनगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे. हालांकि, शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी का विलय सपा में नहीं किया था.
चुनाव नतीजों के बाद चाचा भतीजे में फिर बढ़ी दूरी
यूपी चुनाव नतीजों के बाद अखिलेश यादव और शिवपाल यादव में एक बार फिर दूरी बढ़ गई. इसी बीच खबरें आई थीं कि शिवपाल यादव बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. शिवपाल यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी. हालांकि, शिवपाल यादव की बीजेपी में शामिल होने को लेकर बात नहीं बन पाई.
उधर, शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने की खबरों के बीच अखिलेश यादव ने भी अपने चाचा पर निशाना साधा था. अखिलेश ने कहा था कि शिवपाल विपक्षी पार्टी के संपर्क में हैं. अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए शिवपाल ने कहा था कि हमारे नेता (अखिलेश यादव) को यह लगता है कि मैं उनके (बीजेपी) साथ नहीं हूं तो मुझे तुरंत पार्टी से निकाल दें.