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लैपटॉप की ट्रेनिंग लेने से छात्रों को परहेज

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से फ्री लैपटॉप पाने वाले स्‍टूडेंट्स अब इसे चलाने के लिए शुरू हुए ट्रेनिंग प्रोग्राम से ही कन्‍नी काट रहे हैं.

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से फ्री लैपटॉप पाने वाले स्‍टूडेंट्स अब इसे चलाने के लिए शुरू हुए ट्रेनिंग प्रोग्राम से ही कन्‍नी काट रहे हैं.

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कुछ ऐसा ही नजारा रविवार यानी 21 अप्रैल को लखनऊ के शिया कॉलेज में दिखा. दरअसल, शिया कॉलेज के 3192 स्‍टूडेंट्स को लैपटॉप चलाने की ट्रेनिंग देने के लिए एचपी कंपनी ने ट्रेनिंग कैंप लगाया था. ट्रेनिंग दोपहर 12 बजे शुरू होनी थी, लेकिन शम 4 बजे तक केवल 20 छात्र ही पहुंचे.

छात्रों का कहना था कि लैपटॉप मिले एक महीने से ज्‍यादा का समय हो गया था और कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई. ऐसे में ज्‍यादातर स्‍टूडेंट्स ने खुद से ट्रेनिंग की व्‍यवस्‍था कर लैपटॉप चलाना सीख लिया. इसके ठीक उलट शिया कॉलेज के कंप्‍यूटर टीचर आशीष राय का कहना था कि चूंकि इन दिनों परीक्षाएं चल रही हैं, इसलिए छात्र ट्रेनिंग लेने नहीं आ रहे हैं.

गौरतलब है कि यूपी सरकार और लैपटॉप देने वाली एचपी कंपनी के बीच हुए करार में छात्रों को ट्रेनिंग देने का भी प्रावधान है. करार के मुताबिक लैपटॉप देने से पहले ही सभी छात्रों को ट्रेनिंग दी जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और अब ट्रेनिंग कैंप लगाया जा रहा है. जबकि बिना पूरी ट्रेनिंग दिए लैपटॉप का भुगतान नहीं किया जाएगा. छात्रों के बीच 11 मार्च को लैपटॉप बांटे गए थे.

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