उत्तर प्रदेश के एक सुन्नी नेता की इराक में गोली मार कर हत्या कर दी गई है. हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है.
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सुन्नी धार्मिक नेता और इस्लामिक विद्वान शेख ओसाएदुल हक़ क़ादरी को आतंकवादियों ने बगदाद में गोली मार दी. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. उनके भाई और पिता जो पीछे खड़े थे, बच गए.
बताया जाता है कि यूपी के बदायूं के रहने वाले क़ादरी को नायब काजी का दर्जा मिला हुआ था और वे वहां एक धार्मिक ग्रुप के साथ गए हुए थे. उन्हें बगदाद में ही दफना दिया गया.
38 साल के कादरी इस्लामी विषयों के विद्वान थे और उनके काफी अनुयायी हैं. उनके पिता हजरत शलीमुल कादरी बदायूं के जामा मस्जिद के इमाम हैं. वे इराक के मशहूर धार्मिक स्थल बड़ा पीर के संरक्षक भी थे. इस वजह से वह बगदाद जाते रहते थे.
मंगलवार को कादरी अपने पिता के साथ काहिरा से बगदाद पहुंचे. वे अपने 50 अनुयायियों के साथ इराक की राजधानी पहुंचे. जैसे ही वह गाड़ी से बाहर निकले कि एक आतंकवादी ने उन्हें दूर से गोली मार दी. गोली उनकी छाती में लगी और उनकी वहीं मौत हो गई.
इराक में शिया-सुन्नी के बीच खूनी झड़पें आम हैं लेकिन कादरी पंथ के किसी नेता पर यह पहला हमला है. इस खबर के बाद बदायूं में शहर में सभी दुकानें उनके शोक में बंद हो गईं. यह अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यह गोली किसने चलाई.