उत्तर प्रदेश को अप्रैल में 31 नए आईएएस अफसर मिल जाएंगे. ये अफसर पीसीएस से प्रोन्नत होकर आईएएस बनेंगे. अफसरों की नयी खेप आने से प्रदेश में पीसीएस से आईएएस बनने वालों की संख्या 174 हो जाएगी.
सूत्रों के अनुसार 31 अफसरों को वर्ष 2003 के कोटे से पदोन्नति दी जा रही है. इसमें 1988 से 1992 बैच के पीसीएस अफसरों को पदोन्नति दी जाएगी. अप्रैल में होने वाली पदोन्नति में 1988 व 1989 बैच के चार-चार, 1990 बैच के पांच, 1991 बैच के 8 तथा 1992 बैच के 10 अफसर शामिल हैं. इन सभी अफसरों को 2003 बैच का आईएएस अफसर बनाया जाएगा.
राज्य के कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग द्वारा केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग डीओपीटी (डिपार्टमेंट आफ पर्सनल एवं ट्रेनिंग विभाग) को इस आशय का प्रस्ताव भेजकर अनुरोध किया गया है कि शीघ्र ही संघ लोक सेवा आयोग से डीपीसी विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक की तारीख तय करवा लें ताकि इसकी प्रक्रिया पूरी की जा सके.
इसके साथ ही केंद्र सरकार से यह भी अनुरोध किया गया है कि डीपीसी की बैठक फरवरी के अन्तिम सप्ताह या मार्च के प्रथम सप्ताह में निर्धारित करवाने का प्रयास करें. जिन पीसीएस अफसरों की आयु एक जनवरी 2013 तक 54 वर्ष से अधिक हो गयी है वे पदोन्नति के पात्र नहीं होंगे.
ऐसे अफसरों की संख्या तीन दर्जन से अधिक है. 1988 बैच के पीसीएस अफसर योगेश कुमार शुक्ला को पहले ही आईएएस में पदोन्नति दी जा चुकी है. इसके अलावा डीओपीटी को जो 31 पीसीएस अफसरों का प्रस्ताव भेजा गया है, उनमें से चार अफसर ऐसे हैं जिनके खिलाफ विभागीय जांच या प्रतिकूल प्रविष्टियां हैं परन्तु नियुक्ति विभाग ने इन्हें औपबन्धित (प्रोविजनल) पदोन्नति इस शर्त के साथ प्रस्ताव किया है कि पदोन्नति की तिथि से 60 दिन के अन्दर इन्हें विभागीय जांच तथा प्रतिकूल प्रविष्टियां ठीक करानी होंगी.
यदि 60 दिन के अन्दर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें दी गयी पदोन्नति समाप्त मानी जाएगी. वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 592 आईएएस अफसरों की संख्या निर्धारित है. इसमें से वर्ष 2010 में 110, 2013 में 41 पीसीएस अफसरों को आईएएस में पदोन्नति दी जा चुकी है. वर्ष 2014 में 31 और पीसीएस अफसरों को आईएएस में पदोन्नति मिलेगी. इस प्रकार सीधी भर्ती सेवा के केवल 418 आईएएस अफसर उत्तर प्रदेश में होंगे जबकि पदोन्नति आईएएस अफसरों की संख्या 174 हो जाएगी.