यूपी में रेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. प्रशासन और सरकार जहां इस ओर पस्त हैं, वहीं अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं. ताजा मामला बागपत जनपद का है, जहां 4 और 6 साल की दो मासूम बहनों से रेप की घटना सामने आई है. मामले में पुलिस के रवैये के कारण लोगों का गुस्सा चरम पर है. हालांकि हंगामे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. गांव वालों ने रविवार को पंचायत बुलाने के बाद पुलिस को कार्रवाई के लिए 24 घंटों का समय दिया है.
जानकारी के मुताबिक, बागपत जनपद के बड़ौत कस्बे में चार और छह साल की दो सगी बहनों के साथ 17 जून को कथित तौर पर रेप किया गया. परिजनों को घटना की जानकारी तब हुई जब देर रात बच्चियों ने दर्द की बात कही और उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए परिजन डॉक्टर के पास से सीधे पुलिस थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सुबह आकर रिपोर्ट दर्ज करवाने को कहा. हालांकि बाद में मोहल्ला और मीडिया के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया, लेकिन मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मेडिकल जांच में एक से रेप की पुष्टि
मामले में बच्चियां आरोपियों के बारे में कुछ भी बता पाने में असमर्थ हैं, लेकिन परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताया है. पुलिस ने बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए भेजा, जिसमें एक बच्ची से रेप की पुष्टि हो गई है. दूसरी ओर, आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण गुस्साए लोगों ने बीते दिनों पुलिस प्रशासन के खिलाफ दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर नारेबाजी की और जाम लगाया.
पंचायत के बाद पुलिस को अल्टीमेटम
रविवार को मामले में पंचायत बुलाई गई, जिसमें बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने हिस्सा लिया. पंचायत में खाप चौधरी और पूर्व विधायक भी मौजूद थे. पंचयात में लोगों ने आरोपियों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की, वहीं मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस भी पंचायत के दौरान मौजूद रही.
पंचायत के बाद गांव वालों ने मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन को 24 घंटे का समय दिया है. लोगों ने बताया कि अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो उनका आंदोलन और उग्र हो जाएगा.
पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही वारदात की तह तक पहुंच जाएगी और ओरपी सलाखों के पीछे होंगे.