यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष (UP Zila Panchayat Election) के नतीजे आ गए हैं. बीजेपी (BJP) 75 में से 67 सीटों पर जीतने में कामयाब रही है. इतनी बड़ी जीत पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का कहना है कि जिन जिलों में किसान आंदोलन (Farmer Protest) की जड़ें मजबूत हैं, वहां भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है, जो दिखाता है कि जनता हमारे साथ है. उन्होंने कहा कि 2022 में भी यही नतीजे सामने आएंगे.
सीएम योगी से जब पूछा गया कि पंचायत चुनाव में किसान आंदोलन का असर दिखा था, लेकिन जिला अध्यक्ष के चुनाव में इतनी बड़ी जीत कैसे दर्ज कर ली? इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, "पंचायत चुनाव में आप देखेंगे तो ज्यादातर ग्राम प्रधान बीजेपी के कार्यकर्ता जीते हैं. क्षेत्र पंचायत के सदस्य बीजेपी के कार्यकर्ता जीते हैं. जिला पंचायत की 3,050 सीटों में से 1500 से ज्यादा बीजेपी के कार्यकर्ता और बीजेपी समर्थक थे. सपा के 750 के आसपास थी. बीएसपी की 300 के आसपास थी और बाकी दूसरी पार्टी के लोग थे."
उन्होंने कहा, "मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, संभल, अमरोहा, बागपत, मुरादाबाद, हापुड़, गाजियाबाद किसान आंदोलन के केंद्र बिंदु थे. बागपत को छोड़कर सभी सीटें बीजेपी ने जीती हैं. अगर हमारे साथ समर्थन नहीं होता तो हमें भी सपा (SP) की तरह कैंडिडेट नहीं मिलते और प्रस्तावक भी नहीं मिलते."
2022 में भी ऐसे ही नतीजे आएंगे - सीएम योगी
आगे सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा, "2014 में कोई नहीं मानता था कि बीजेपी इतनी सीटें जीतेगी. उस समय अमित शाह (Amit Shah) ने रणनीति तय की थी. हमने 73 सीटें जीती थीं. 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का नेतृत्व था और रणनीति अमित शाह ने बनाई थी. उस समय बीजेपी और उसके सहयोगियों ने 325 सीटें जीतीं."
योगी ने कहा, "2017 में कहा जाता था कि सपा और कांग्रेस (SP-Congress Aliance) है. बीजेपी को मुश्किल होगी. जनता ने उसे खारिज कर दिया. 2019 में सपा-बसपा (SP-BSP Alliance) का गठबंधन हुआ. जनता ने उसे भी खारिज कर दिया. लोकसभा चुनाव के बाद दो उपचुनाव भी हुए, उसमें भी बीजेपी जीती."
योगी ने आगे कहा, "पंचायत चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्षों के परिणाम सामने आए हैं. ये परिणाम भी इस बात को साबित करते हैं कि हमारा जो ट्रेंड है, वो ऐसे ही 2022 (UP Election 2022) में भी जारी रहेगा और 2024 में फिर बीजेपी 2014 को दोहराएगी. क्योंकि जनता को विश्वास है."