उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक छात्रा से छेड़छाड़ के बाद आत्मदाह कर लेने की घटना से बवाल हो गया है. पुलिस फायरिंग में एक छात्र की मौत के बाद सातवें दिन भी बिवांर कस्बे में तनाव बरकरार है.
सभी दुकानें बंद हैं, सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है, रास्तों पर जले हुए वाहन और जानवर ही दिखाई पड़ रहे है. अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. कस्बे के ज्यादातर मर्द गांव छोड़कर भाग गए हैं. कस्बे में सिर्फ औरतें और बच्चे ही बचे हैं. घरों में ताले लगे हुए हैं और खास बात यह है कि छात्रा के पीड़ित परिवार ने सरकार की 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद लेने से इनकार कर दिया है.
बताया जा रहा कि पुलिस अब भी छात्रा के परिवार पर समझौते का दबाब बना रही है. घटना बीती 25 जुलाई की है. 12वीं की छात्रा स्वीकृति खरे को गांव के दो गुंडों ने सरेआम छेड़छाड़ का विरोध करने पर पीटा था जिसके बाद उसने आत्मदाह कर लिया था. इसके बाद हुए बवाल में पुलिस ने गोली चलाई थी जिससे एक छात्र की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हो गए थे. इसके बाद 13 जिलों की पुलिस फोर्स बुलाकर पूरे कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. घटना को 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब भी हालात ठीक नहीं हुए हैं.
पुलिस ने एफआईआर में 34 लोगों को नामजद किया गया था और 900 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. अब तक 16 नामजद लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.