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ग्रेटर नोएडा में बनेगा यूपी का दूसरा डाटा सेंटर, 2000 लोगों को मिलेगा रोजगार

जापान की कंपनी NTT ने 25 एकड़ में डाटा सेंटर बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट करने का फैसला लिया है. इससे पहले हीरानंदानी ग्रुप ने 6000 करोड़ रुपए इन्वेस्टमेंट कर YOTTA डाटा सेंटर पार्क की स्थापना के लिए ग्रेटर नोएडा में जमीन खरीदी है. सिंगापुर आधारित एसटी टेलीमीडिया ग्लोबल डाटा सेंटर इंडिया भी एक ग्रीनफील्ड डाटा सेंटर कैंपस विकसित करने की तैयारी में जुटी है. 

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25 एकड़ में बनेगा डाटा सेंटर (फोटो- आजतक)
25 एकड़ में बनेगा डाटा सेंटर (फोटो- आजतक)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ग्रेटर नोएडा में बनेगा यूपी का दूसरा डाटा सेंटर
  • 1600 करोड़ रुपये का निवेश होगा
  • 2000 लोगों को मिलेगा रोजगार

उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा डाटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में तैयार होने जा रहा है. जापान की कंपनी NTT ने 25 एकड़ में डाटा सेंटर बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करने का फैसला लिया है. आपको बता दें कि इससे पहले हीरानंदानी ग्रुप ने 6000 करोड़ रुपये इन्वेस्टमेंट कर YOTTA डाटा सेंटर पार्क की स्थापना के लिए ग्रेटर नोएडा में जमीन खरीदी है.

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ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा को डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित करने का फैसला किया है. 

उन्होंने बताया कि एनटीटी जापान एक अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड है. इसका मुख्यालय लंदन में है. जापानी कंपनी का यह डाटा सेंटर 6 एकड़ में तैयार किया जाएगा. ग्रेटर नोएडा पश्चिम के सेक्टर टेकजोन-4 में अर्थ एसईजेड विकसित किया गया है.

इसके अलावा सिंगापुर आधारित एसटी टेलीमीडिया ग्लोबल डाटा सेंटर इंडिया भी नोएडा में एक ग्रीनफील्ड डाटा सेंटर कैंपस विकसित करने की तैयारी में जुटी है. 

पहले चरण में कंपनी 600 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ 18 मेगावाट की क्रिटिकल आईटी क्षमता वाले डाटा सेंटर कैंपस को विकसित करेगी. इस परियोजना में लगभग 30-40 प्रत्यक्ष और लगभग 550 परोक्ष रोजगार के अवसरों के पैदा होने की उम्मीद है.  इन सभी डाटा सेंटर से करीब 2000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है.    

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इन डाटा सेंटर से प्रदेश में आठ हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट होगा. इसमें करीब 2000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. प्रदेश में औद्योगिक सेक्टर के आवंटन के लिए 25 हजार एकड़ भूमि उपलब्ध है. 

दरअसल, यूपी में सोशल मीडिया प्लेटफार्म-फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, वीचैट, ट्विटर व यूट्यूब के करोड़ों उपभोक्ता हैं. इसके अलावा बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, यात्रा, पर्यटन व आधार कार्ड का डाटा भी अहम है. इनके डाटा को डाटा सेंटर में सुरक्षित किया जा सकेगा. 

 

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