गोरखपुर में दो पाकिस्तानी आतंकियों की गिरफ्तारी बेशक आतंकवादी निरोधक दस्ता की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. लेकिन इलाके में आतंकी खतरा अब भी बरकरार है.
लोकसभा चुनाव से पहले इंडियन मुजाहिदीन का चीफ यासीन भटकल, उसका साथी असदुल्लाह उर्फ हड्डी और देश के कई हिस्सों में हुए आतंकी हमलों में अहम भूमिका निभाने वाले अब्दुल करीम टुंडा की गिरफ्तारी के बाद हाल ही में मोस्टवांटेड आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू, जिया उर रहमान उर्फ वकास की गिरफ्तारियों से खुफिया एजेंसियों को भी यह लगने लगा था कि आइएम की कमर टूट रही है. लेकिन बुधवार को गोरखपुर में तालिबानी आतंकी संगठन तहरीक-ए- तालिबान के कैंप में प्रशिक्षित दो पाकिस्तानी आतंकियों की गिरफ्तारी ने इस धारणा को गलत ठहरा दिया.
पूछताछ के बाद, उनके कुछ साथियों के नेपाल में होने का अंदेशा भी जताया जा रहा है. लिहाजा सुरक्षा एजेंसियां अभी भी खास तौर पर पूर्वांचल में हो रही तमाम गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं.