कोरोना वायरस (Corona virus) के तेजी से हो रहे प्रसार को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उच्चस्तरीय टीम-09 को दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश में कोरोना के ताज़ा हालात के बारे में बताया है, साथ ही कहा है कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सख्ती करने के आदेश भी दिए हैं.
24 घंटों में कोरोना के 383 नए मामले
जारी दिशा-निर्देशों में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में तेजी देखने को मिल रही है. हालांकि संक्रमण की स्थिति अभी पूरी तरह से नियंत्रण में है. थोड़ी सी भी लापरवाही प्रदेशवासियों के लिए भारी पड़ सकती है. बीते 24 घंटों में हुई 1,93,549 सैम्पल की जांच में कुल 383 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है. इसी बीच 31 लोग ठीक भी हो गए हैं. यूपी में वर्तमान में कोविड के कुल एक्टिव केस 1211 हैं, जबकि 16,87,859 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं.
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण तेज है लेकिन वायरस कमजोर है. इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में पालन जरूरी है. लोगों को बचाव के संबंध में लगातार जागरूक किया जाए. उन्हें मास्क पहनने, टीकाकरण कराने और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए.
अस्पतालों को एक्टिव रहने के निर्देश
जेलों में बंद कैदियों की सुरक्षा के लिए संबंधियों से मुलाकात की व्यवस्था को स्थिति सामान्य होने तक स्थगित रखने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही, प्रदेश में मौजूद शासकीय/निजी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा के साथ-साथ मॉक ड्रिल किए जाने को भी कहा है, जो 3-4 जनवरी को प्रदेश में एक साथ होगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की निगरानी में संसाधनों की परख करने के आदेश दिए हैं. वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या ज़रूरत के मुताबिक बढ़ाने को कहा गया है. अब तक 551 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं, जिन्हें क्रियाशील रखा जाए.
वैक्सीन को लेकर अभियान चलाने के निर्देश
योगी आदित्याथ ने कहा है कि कोविड के खिलाफ वैक्सीन सुरक्षा कवच है. जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए. साथ ही, जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें शीघ्र ही यह डोज लगायी जाए. टीका लगाने के लिए सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से भी आमजन से संपर्क किया जाए.
3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष के किशोर बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी. 10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्रीकॉशन डोज दी जाएगी. उन्होंने किशोरों के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए हैं.
प्रदेश के 12 करोड़ 80 लाख लोगों को टीके की पहली डोज मिल चुकी है. कुल आबादी में लगभग 87 फीसदी को पहली और 49.80 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं. उन्होंने निगरानी समितियों को एक्टिव करते हुए डोर-टू-डोर टीकाकरण की स्थिति का सर्वे करने और बचे हुए लोगों का टीकाकरण कराने के निर्देश दिए हैं.
आईसीसीसी को 24×7 एक्टिव रखने के निर्देश
उन्होंने पुलिस द्वारा लोगों को मास्क लगाने, भीड़ न लगाने तथा रात्रि 10 बजे के बाद घर जाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश भी दिए. साथ ही, प्रदेश के सभी जनपदों में बने इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को 24×7 एक्टिव रखने के निर्देश भी दिए गए हैं.
सीएम योगी ने यह भी कहा कि मार्च 2020 में जब प्रदेश में पहला कोविड केस आया था तब हमारे पास न टेस्टिंग फैसिलिटी थी न ही उपचार की. आज हर जिले में आरटीपीसीर टेस्ट लैबोरेटरी एक्टिव हैं. हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट हैं और आइसोलेशन, आईसीयू बेड्स भी पर्याप्त संख्या में हैं. कोरोना के खिलाफ अब तक की लड़ाई में उत्तर प्रदेश के प्रयास को वैश्विक सराहना मिली है, आगे भी हम सभी के सहयोग से जीत हासिल करेंगे.