उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हाल ही में हिंसात्मक प्रदर्शन देखा गया था. इस दौरान बिजनौर में हुई हिंसा के चलते उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल बिजनौर हिंसा पीड़ितों से मिलने पहुंचे लेकिन उन्होंने मुस्लिमों के घर जाने से इनकार कर दिया.
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल गुरुवार को बिजनौर में हिंसा पीड़ितों से मिलने पहुंचे. 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं जब उनसे मृतकों के परिवारों के घर जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं उपद्रवियों के घर क्यों जाऊंगा? मुझे वहां क्यों जाना चाहिए? जो दंगे कर रहे हैं, वे समाज का हिस्सा कैसे हैं? यह हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा नहीं है.'
UP Minister Kapil Dev Agarwal in Bijnor on being asked why he did not meet families of two people who died during anti-CAA protests: Why will I visit homes of rioters? Why should I go there? Those rioting, how are they a part of the society? This is not a hindu-muslim issue. pic.twitter.com/bMsKNtqGmk
— ANI UP (@ANINewsUP) December 26, 2019
मजिस्ट्रेट जांच
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोग विरोध प्रदर्शन को अंजाम दे रहे हैं. इन्हीं प्रदर्शन के दौरान कई जगह हिंसा भी देखी गई. नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भड़की हिंसा मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी. हिंसा में हुए नुकसान और सार्वजनिक संपत्तियों की तोड़फोड़ में शामिल 43 लोगों प्रशासन ने नोटिस भेजा है.
जिला प्रशासन ने भरपाई के लिए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नोटिस जारी किया है. हिंसा में जो भी शामिल होंगे, उन्हें सार्वजनिक संपत्तियों की तोड़फोड़ से हुए नुकसान की भरपाई करनी होगी. हिंसा भड़कने के बाद 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी. बिजनौर में 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी. यह जानकारी जिला मजिस्ट्रेट रमाकांत पांडेय ने दी है.