एक अधिकारी ने बुधवार को जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने राजकीय बसों में जैविक-ईंधन के उपयोग की एक योजना तैयार की है. अधिकारियों ने बताया कि स्वीडन की एक कंपनी के साथ राज्य सरकार इस योजना पर काम कर रही है.
अधिकारियों के मुताबिक स्वीडन से अगले कुछ दिनों में विशेषज्ञों का एक दल आएगा और यूपीएसआरटीसी अधिकारियों से मिलेगा.
एक अधिकारी ने कहा कि जल्द ही परीक्षण के तौर पर बसों में जैविक ईंधन का उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दरअसल यह योजना निगम के प्रबंध निदेशक मुकेश मेशराम के दिमाग में आया एक विचार है, और वे खुद ही इसका पर्यवेक्षण कर रहे हैं.
इस कदम से राज्य सरकार का खर्च सालाना 75-80 करोड़ रुपये तक कम हो सकता है. निगम के पास 9,000 बसों का बेड़ा है और जैविक ईंधन का उपयोग 10 फीसदी बसों में किया जा सकता है.
अधिकारियों ने कहा कि यदि परीक्षण सफल रहा, तो व्यापक तौर पर जैविक ईंधन का उपयोग हो सकता है.
इनपुट- IANS