उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा था कि प्रदेश के लोगों को जल्द ही एक खुशखबरी मिलेगी. योगी ने गोरखपुर में जहां यह बयान दिया, वह राम कथा का मंच था. उनके बयान को राम मंदिर के निर्माण से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि उन्होंने राम का नाम नहीं लिया था.अब उनके इस बयान पर सियासी घमासान छिड़ गया है. विपक्षी कांग्रेस और शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) ने योगी आदित्यनाथ पर हमला बोल दिया है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अखबारों में पढ़ा है कि मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी राम मंदिर निर्माण के संदर्भ में की है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा था कि नेताओं को इस मुद्दे पर बोलने से बचना चाहिए, क्योंकि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. कांग्रेस प्रवक्ता ने सवालिया लहजे में कहा कि वह किस खुशखबरी की बात कर रहे हैं?
त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासन में अराजकता बढ़ी है. व्यापार गिर रहा है. उन्होंने कहा कि लोग भाजपा पर भरोसा नहीं करने वाले हैं. वहीं प्रसपा के प्रवक्ता सीपी राय ने कहा कि मुझे लगता है कि खुशखबरी यह मिलने वाली है कि प्रदेश में कोई बेरोज़गार नहीं रहेगा. कोई भूखा नहीं सोयेगा. कोई हत्या और बलात्कार की घटना नहीं होगी. कोई फुटपाथ पर सोने को मजबूर नहीं रहेगा. किसान आत्महत्या नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि मैं इसे खुशखबरी मानता हूं. अगर मुख्यमंत्री का इशारा राम मंदिर निर्माण को लेकर है तो इस मामले पर सुनवाई अभी चल रही है. प्रसपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश रिटायर होने वाले हैं और इस मामले पर फैसला सुनाकर शायद इतिहास बनाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी फैसला आएगा, उसे देश मानेगा. सीपी राय ने कहा कि देश संविधान से चलता है. अगर राम मंदिर बनेगा तो भी यह खुशी की बात है.