उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव खत्म होते ही गांव में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के प्रसार को रोकने की कवायद शुरू हो गई है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया कि प्रदेश के सभी 97 हजार राजस्व गांव में कोविड-19 को लेकर स्क्रीनिंग अभियान कल से चलाया जाएगा, जो अगले 4 दिनों तक चलेगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों में टीम भेजकर प्रदेश व्यापी स्क्रीनिंग अभियान चलाया जाएगा, इस दौरान खांसी, बुखार और जुकाम जैसे लक्षणों वाले लोगों का टेस्ट कर तत्काल उन्हें आइसोलेशन में भेजा जाएगा, घर में आइसोलेशन की व्यवस्था न होने पर सरकार इसकी व्यवस्था करेगी.
इसके साथ ही बाहर से पंचायत चुनाव में सिर्फ़ वोट डालने आए लोगों पर कड़ी नज़र रहेगी. इसके अलावा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जरूरी सुविधाओं से युक्त अस्पताल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. दरअसल, पंचायत चुनाव के बाद यूपी में कोरोना विस्फोट का खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर सरकार अलर्ट हो गई है.
यूपी में अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की गिनती जारी है. सरकार की ओर से लाख दावा किया जा रहा है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काउंटिंग की जा रही है, लेकिन जगह-जगह से सामने आ रही तस्वीरें कुछ और ही सच्चाई बयां कर रही हैं. अधिकतर काउंटिंग सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है.
काउंटिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की हो रही यह अनदेखी आने वाले समय में घातक साबित हो सकती है. ठीक उसी तरह, जब मतदान के दौरान लापरवाही बरती गई थी. इस लापरवाही का खामियाजा मतदान कराने वाले कई कर्मचारियों और प्रत्याशियों को अपनी जान गंवाकर उठाना पड़ा है.
फिलहाल, उत्तर प्रदेश में हर रोज करीब 30 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं और करीब 300 लोगों की मौत हो रही है. काउंटिंग के बाद यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है. इस वजह से सरकार अलर्ट हो गई है और हर गांव में स्क्रीनिंग अभियान शुरू करने जा रही है, जो चार दिनों तक चलेगा.